नई दिल्ली। संसद हमले के दोषी अफजल गुरू पर जारी विवाद के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर ने चौंकाने वाला बयान दिया है। अय्यर का कहना है कि अफजल के खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं थे और उसे फांसी की सजा दिए जाने पर वे दुखी हुए थे।

वहीं मणिशंकर के इस बयान पर सियासी तूफान मच गया है। बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने कहा है कि कांग्रेस के दो चेहरे हैं। बाटला इनकाउंटर में कांग्रेस का चेहरा देश ने देखा है। आंतकवादियों के संरक्षित करनेवालों को देश से माफी मांगनी होगी।

शिवसेना नेता संजय राउत ने मणिशंकर अय्यर के बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि अगर उन्हें लगता है कि अफजल गुरु के साथ अन्याय हुआ है तो वो ऐसे बयान पाकिस्तान में जाकर दें।

उधर, कांग्रेस ने कहा है कि अफजल को फांसी देने का फैसला कानूनी था। कांग्रेस नेता अंबिका सोनी ने कहा कि अफजल के साथ कांग्रेस ने कुछ नहीं किया, जो हुआ कानून के मुताबिक हुआ।

गौरतलब है कि पिछली मनमोहन सरकार ने अफजल को फांसी देने का फैसला लिया था। उसे 9 फरवरी 2013 को तिहाड़ जेल में फांसी दी गई थी और वहीं दफन कर दिया गया था। लेकिन कांग्रेस के ही वरिष्ठ नेता द्वारा दिया ये बयान काफी हैरान करने वाला है।