नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रविवार को कहा कि कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई में गुटबाजी बीते समय की चीज है और विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए राज्य के समूचे पार्टी नेतृत्व ने एकजुट मोर्चे की तरह काम किया। मध्य प्रदेश में कांग्रेस के प्रचार अभियान में अग्रणी रहे सिंधिया ने कहा कि राज्य में बदलाव की आकांक्षा है।

उन्होंने पीटीआई के साथ एक इंटरव्यू में कहा, अपने अभियान के दौरान मैंने मध्य प्रदेश के 115 निर्वाचन क्षेत्रों का दौरा किया। वहां बदलाव की आकांक्षा है। कुछ एग्जिट पोल (चुनाव बाद सर्वेक्षणों) में राज्य में 15 साल के वनवास के बाद सरकार बनाने के लिए कांग्रेस के पक्ष में परिणाम आने का अनुमान जताया गया है। वहीं, कुछ अन्य सर्वेक्षणों में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर बताई गई है। मतगणना 11 दिसंबर को होगी। राज्य में 28 नवंबर को विधानसभा की 230 सीटों के लिए चुनाव हुए थे।

यह पूछे जाने पर कि यदि कांग्रेस जीतती है तो क्या वह खुद को मुख्यमंत्री पद का प्रबल दावेदार मानते हैं, सिंधिया ने कहा कि वह परिकल्पित सवालों का जवाब नहीं देना चाहते। गुना से सांसद सिंधिया ने कहा कि उन्होंने लगातार कहा है कि समूची कांग्रेस का लक्ष्य मध्य प्रदेश में भाजपा को सत्ता से बेदखल करना रहा है।

उन्होंने कहा, एक बार लक्ष्य हासिल हो जाने पर (मुख्यमंत्री के बारे में) अगले कदम को लेकर फैसला करना पार्टी नेतृत्व का काम है। सिंधिया मध्य प्रदेश में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं में से एक हैं जिन्होंने 2014 में भाजपा के पक्ष में जबर्दस्त चुनावी लहर के बावजूद लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। राज्य में कांग्रेस के सत्ता में आने की स्थिति में सिंधिया और कमलनाथ को मुख्यमंत्री पद के मुख्य दावेदारों के रूप में देखा जा रहा है।

यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस की जीत की स्थिति में पार्टी द्वारा मुख्यमंत्री का चयन कुछ वरिष्ठ नेताओं को निराश कर सकता है, सिंधिया ने कहा, बिल्कुल नहीं। सबको यह समझना चाहिए कि हमें अपने विगत से सीखना है। पूर्व में हम पार्टी के भीतर गुटबाजी का सामना कर चुके हैं। हालांकि, वह समय गुजर चुका है।

उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में इस समूचे चुनाव में वरिष्ठ नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं सहित समूची पार्टी मशीनरी ने एकजुट मोर्चे की तरह काम किया है। सिंधिया (47) ने कहा, इस बार हमारी शक्ति हमारे अभियान की एकता में रही है। और यह आगे भी रहेगी तथा अवश्य जारी रहनी चाहिए।

यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस गुटबाजी का मुकाबला करने में सक्षम है, सिंधिया ने इसका जवाब 'हां में दिया और कहा कि पार्टी में गुटबाजी पूरी तरह गैर मुद्दा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ''मैंने स्वीकार किया है कि पिछले दो विधानसभा चुनावों में हमारे भाजपा को टक्कर न दे पाने का एक कारण यह था कि हम अच्छी तरह मिलकर काम नहीं कर रहे थे, लेकिन अब यह गुजरे समय की बात है। सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में राज्य नेतृत्व ने एकजुट कांग्रेस के रूप में काम किया है।