नई दिल्ली: तेल संपन्न कतर जनवरी 2019 में OPEC (ऑर्गेनाइजेशन ऑफ द पेट्रोलियम एक्सपोर्टिंग कंट्रीज) से बाहर हो जाएगा. इस बात की जानकारी कतर के ऊर्जा मंत्री साद-अल-काबी ने दी. कतर अब नेचुरल गैस के उत्पादन पर ज़्यादा ज़ोर देगा. फिलहाल कतर में सालाना नैचुरल गैस का उत्पादन 77 मिलियन टन होता है जिसे आने वाले दिनों में बढ़ा कर अब 110 मिलियन किया जाएगा.

आपको बता दें कि क़तर लिक्विफाइड नेचुरल गैस (LNG) का सबसे पड़ा सप्लायर है. दुनियाभर के करीब 30 फीसदी LNG का उत्पादन यही होता है. अल-काबी के मुताबिक रणनीति के तहत अब नैचुरल गैस का ज्यादा उत्पादन किया जाएगा.

कतर 1961 से OPEC का सदस्य है. OPEC और रूस दुनिया का 40 फीसदी तेल का उत्पादन करता है. इसी हफ्ते कहा गया था कि तेल के उत्पादन में OPEC देश कमी लाएंगे जिससे कि कीमतों में ज़्यादा गिरावट न आए. इस साल अक्टूबर में तेल की कीमतें साल के सबसे ऊंचे स्तर 86 डॉलर प्रति बैरल थी, जो अब घट कर 60 डॉलर प्रति बैरल आ गई है.

आपको बदा दें कि पिछले साल सऊदी अरब, बहरीन, यूनाइटेड अरब एमिरेट्स (यूएई), यमन और मिस्र ने कतर से डिप्लोमैटिक रिलेशन खत्म कर लिए थे. इन देशों ने कतर पर आतंकवाद को समर्थन को देने का आरोप लगाया था. हलांकि साद-अल-काबी का कहना है कि इससे OPEC से बाहर होने के फैसले को जोड़ कर नहीं देखा जाना चाहिए.