नई दिल्ली: मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिये बुधवार शाम मतदान समाप्त हो गया। पिछली बार की तुलना में इस बात मतदान का प्रतिशत अधिक रहा और लगभग 75 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। 2013 में प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में 72.69 प्रतिशत मतदान हुआ था। निर्वाचन आयोग के अनुसार इस दौरान तीन मतदान कर्मचारियों की ड्यूटी के दौरान बीमारी के कारण मृत्यु हो गयी। मतदान प्रतिशत अधिक होने पर हर पार्टी इसे अपने पक्ष में माहौल बता रही है।

बढ़ते मतदान प्रतिशत पर खुशी जताते हुए मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा, 'आज के चुनाव की खासियत यह है कि दो चीजें शांति से निपट गईं, एक चुनाव और दूसरी बीजेपी। मैंने पहले कहा था कि हम मध्य प्रदेश में 140 से ज्यादा सीटें जीतेंगे, हमारे पास जानकारी आ रही है कि अश्चर्यजनक नतीजे आना संभव हैं।'

कमलनाथ ने आगे कहा, 'हमने उस सभी पोलिग स्टेशनों पर दुबारा मतदान की मांग की है जहां वोटिंग प्रकिया तीन घंटे बाधित रही क्योंकि अपने रोजाना के कार्यों की वजह से वोटर दुबारा वापस नहीं आ सकते हैं। कहा जा रहा है कि वोटिंग 9 या 10 बजे तक होगी जो सही नहीं है।'

आपको बता दें कि इस चुनाव में भाजपा ने सभी 230 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि कांग्रेस ने 229 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं और एक सीट अपने सहयोगी शरद यादव के लोकतांत्रिक जनता दल के लिये छोड़ी है।

आप 208 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, बसपा 227, शिवसेना 81 और सपा 52 सीटों पर चुनावी मैदान में है। इस अहम चुनाव में विपक्षी दल कांग्रेस पिछले 15 साल से सत्तारुढ़ भाजपा को उखाड़ने के लिये प्रयास कर रही है जबकि भाजपा ने लगातार चौथी दफा प्रदेश की सत्ता में आने के लिये अबकी बार 200 पार का लक्ष्य तय किया है।