लखनऊ:बसपा सुप्रीम और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने एक बार फिर चंद्रशेखर आजाद रावण पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि भीम आर्मी जैसे संगठन विरोधी पार्टियों के द्वारा चलवाए जा रहे हैं।

ये संगठन बसपा से जुड़े होने का दावा करते हैं लेकिन इनका कोई वास्ता नहीं है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार अपने वादे को पूरा नहीं कर पाई है। ध्यान भटकाने के लिए वह राम मंदिर का मुद्दा उठा रही है।

मायावती ने लखनऊ में कहा कि कई संगठन जैसे भीम आर्मी, बहुजन यूथ फॉर मिशन 2019 आदि पर्दे के पीछे से विरोधी दल बसपा के नाम पर चला रहे हैं। लेकिन बसपा का इन संगठनों के साथ कोई भी संबंध नहीं है। यह सभी संगठन विरोधी दलों की कठपुतली हैं। यह संगठन भोले-भाले दलितों को केवल बेवकूफ बना रहे हैं। इन संगठनों का दलित हितों से कोई वास्ता नहीं है।

मायावती ने कहा कि इस तरह के संगठन चलाने वाले लोग केवल अपना फायदा देख रहे हैं। वह लोगों को इकट्टठा करके केवल अपनी दुकान चला रहे हैं। यह लोगों की भावनाओं के साथ खेल रहे हैं। यह संगठन दलितों में ऊंची जातियों को लेकर नफरत भी पैदा कर रहे हैं जिससे कि शांति भंग हो।

अयोध्या में रविवार को विहिप द्वारा आयोजित संत सम्मेलन पर उन्होंने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार ने सत्ता में आने से पहले जितने वादे किए थे उनमें से 50 प्रतिशत भी नहीं पूरे हुए हैं। अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए भाजपा संतों को आगे कर रही है। अहम मुद्दों की ओर से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए भाजपा राम मंदिर का सहारा ले रही है। शिवसेना भी इसमें उनका साथ दे रही है।