जयपुर। राज्य में चुनाव की अधिसूचना घोषित होने के चार दिन बाद आखिर कांग्रेस ने 152 प्रत्याशियों की पहली सूची घोषित कर ही दी। पहली लिस्ट में 25 में से 22 विधायक ही टिकट बचा सके। पार्टी ने 65 सीटों पर चेहरे बदल दिए हैं। 18 चेहरे ऐसे हैं जिनकी उम्र 65 साल के पार है।

पिछले चुनाव में 24 महिलाओं को मौका दिया था। इस बार 19 को अब तक मौका मिल चुका है। इनमें पूर्व मंत्री नसीम अख्तर इंसाफ, इंटरनेशनल खिलाडी कृष्णा पूनिया, सोना देवी बावरी, रीटा चौधरी, गंगा देवी, शकुंतला रावत, ममता भूपेश, इंदिरा मीना, मंजू मेघवाल, शोभा सोलंकी, दिव्या मदेरणा, मनीषा पंवार, मंजू मेघवाल, गिरिजा व्यास, मंजूला देवी रोट, कांता भील, राखी गौतम, निर्मला सहरिया शामिल हैं।

कांग्रेस ने दो सांसद और सात पूर्व सांसदों को मैदान में उतारा है। उप चुनाव में जीते रघु शर्मा को टिकट मिला है। इसके साथ ही दल बदल करके आए सांसद हरीश मीना भी मैदान में हैं। नरेन्द्र बुड़ानिया, सीपी जोशी, रघुवीर मीणा, लालचंद कटारिया, खिलाड़ीलाल बैरवा, हरीश चौधरी और गिरिजा व्यास को कांग्रेस ने मौका दिया है।

तमाम दावों के बावजूद 4 पैराशूट नेता भी टिकट पाने में कामयाब हो गए। दो दिन के भीतर कांग्रेस में शामिल हरीश मीणा , हबीबुर्रहमान और कन्हैयालाल झंवर टिकट पा गए हैं। पिछले दिनों जमीदारा पार्टी से कांग्रेस में आईं विधायक सोना देवी को भी टिकट मिल गया। नवलगढ़ से निर्दलीय विधायक राजकुमार शर्मा को भी हाल में ही पार्टी में शामिल कर उसी सीट से उतारा है। वे बीती सरकार में भी कांग्रेस के साथ थे।

पूर्व केन्द्रीय मंत्री अबरार अहमद के बेटे दानिश, महिपाल मदरेणा की बेटी दिव्या, नारायण सिंह के बेटे वीरेन्द्र चौधरी, मकबूल मंडेलिया के बेटे रफीक मंडेलिया, हीरालाल इंदौरा के बेटे कुलदीप, सहदेव शर्मा के बेटे प्रशांत, द्वारका प्रसाद बैरवा के बेटे प्रशांत, गुलाबसिंह शक्तावत के बेटे गजेन्द्र सिंह, रामनारायण चौधरी की बेटी रीटा, गोविंद सिंह गुर्जर के भाई रामनारायण, खेमराज कटारा के बेटे विवेक, शीशराम ओला के बेटे ब्रजेन्द्र सिंह, मलखान विश्नोई के बेटे महेन्द्र, जुझार सिंह के बेटे भरत सिंह और भीखा भाई के बेटे सुरेंद्र को टिकट मिला है।
दो पूर्व छात्रसंघ अध्यक्षों को भी उतारा है। परबतसर से रामनिवास गवाडिय़ा, शाहपुरा से मनीष यादव को टिकट।