वाराणसी: शुद्ध जल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कार्यरत भारतीय बहुराष्ट्रीय कंपनी वीए टेक वाबाग लिमिटेड (वाबाग) ने वाराणसी के दीनापुर में 140 मिलियन लीटर प्रतिदिन (एमएलडी) क्षमता वाला अपनी तरह का पहला सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) विकसित किया है। जापान अंतरराष्ट्रीय सहयोग एजेंसी (जेआईसीए) द्वारा वित्तपोषित इस परियोजना की लागत 225 करोड़ रुपये है। गंगा एक्शन प्लान के द्वितीय चरण के तहत लागू होने वाली यह पहली परियोजना है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी 12 नवंबर को इस परियोजना का उद्घाटन करेंगे और इसे देश को समर्पित करेंगे। यह परियोजना गंगा में प्रदूषण घटाने के लिहाज से एक प्रमुख कदम है।

नए एसटीपी का डिजाइन और निर्माण कराने वाली संस्था वीए टेक वाबाग ही अगले 10 साल तक इस एसटीपी का संचालन और रखरखाव करेगी। ‘बायोगैस आधारित ऊर्जा संयंत्र द्वारा संचालित एक्टीवेटेड स्लज प्रोसेस’ जैसी उन्नत तकनीक इस प्लांट को आत्म-निर्भर बनायेगी। यह तकनीक परिचालन लागत को घटाने के साथ ही कार्बन उत्सर्जन को कम भी करेगी।

इस संयंत्र के संचालन से वाराणसी में मल-जल शोधन की क्षमता 102 एमएलडी से 242 एमएलडी तक बढ़ जाएगी। नया सीवेज ट्रीटमेण्ट प्लाण्ट दीनापुर में 80 हजार घन मीटर वाले मौजूदा प्लाण्ट के बगल में ही 6.2 हेक्टेयर क्षेत्रफल में बनाया गया है। परियोजना स्थल वाराणसी से लगभग 7 किमी दूर दीनापुर गांव में पंचक्रोशी रोड पर स्थित है।