नई दिल्ली: गुजरात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के दीवाली पर मुबारकबाद देने वाले पोस्टर पर कालिख पोती गई है। मामले में हड़कंप मचने के बाद पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार किया है। आरोपी शख्स की पहचान पाटीदार नेता हार्दिक पटेल की पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के सदस्य के रूप में की गई है। नेताओं के चेहरे पर कालिख पोतने के मामले में पूना और सरथना पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया था। खबर है कि पास सदस्य कथित तौर पर इन नेताओं के पोस्टर पर स्प्रे से कालिख पोतने के घटनाक्रम में शामिल था। पोस्टर जनता को दिवाली की मुबारकबाद देने के लिए कामरेज से भाजपा विधायक वीडी जलवाडिया ने लगवाया था।

बुधवार (7 नवंबर, 2018) को शिकायत मिलने पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 153, 427 और 114 के तहत केस दर्ज किया। पुलिस सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक पूना और सरथना पुलिस मंगलवार रात पेट्रोलिंग कर रही थी। जहां मोदी, शाह और रूपाणी के धब्बे लगे पोस्टर्स देखे गए। इनमें विधायक जलवाडिया भी थे, जो स्थानीय लोगों को दिवाली के मुबारकबाद दे रहे थे। इसके अलावा गुजरात भाजपा अध्यक्ष की तस्वीर लगी थी। जानकारी के मुताबकि पोस्टर में जो पाटीदार नहीं थे, जैसे पीएम मोदी, अमित शाह, सीएम रूपाणी जैसे नेताओं की तस्वीर पर कालिख पोत दी गई।

कोई अप्रिय घटना ना घटे इसके चलते पुलिस ने खुद की मौजूदगी में इन पोस्टर्स को हटवा लिया और अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई। बाद में पुलिस ने 21 साल के निकुंज काकड़िया को गिरफ्तार किया। वह पाटीदार समुदाय का सदस्य है। इसके अलावा अन्य छह लोगों को वांटेड घोषित किया गया है। सरथना पुलिस इंस्पेक्टर एनडी चौधरी ने बतया, ‘पोस्टर्स में जो भाजपा नेता पाटीदार नहीं थे, उनके चेहरे पर कालिख पोत दी गई थी। यह कुछ लोगों ने कानून व्यवस्था में बाधा डालने के इरादे से किया। मामले में हमने तुरंत संज्ञान लेते हुए निकुंज काकड़िया के खिलाफ केस दर्ज किया। वह पास का एक्टिव सदस्य है। इसके अलावा निकुंज ने उन छह लोगों का भी नाम बताया है जो इस घटनाक्रम में उसके साथ थे।’