नई दिल्ली: राजस्थान में चुनावी आचार संहिता के उल्लंघन पर भारतीय जनता पार्टी के मंत्री धन सिंह रावत के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। उन्होंने धर्म और जाति के आधार पर मतदाताओं से वोटों की अपील की थी। मंत्री ने इसके साथ ही कांग्रेस को मुसलमानों की पार्टी बताया था। यह मामला बांसवाड़ा जिले का है, जहां 26 अक्टूबर को मंत्री ने अपने भाषण में कहा था, “राज्य में हिंदुओं को सिर्फ बीजेपी को वोट देना चाहिए। अगर सभी मुस्लिम सिर्फ कांग्रेस को ही अपना वोट देते हैं, तो हिंदुओं को भी वैसा करना चाहिए। उन्हें भी बीजेपी को ही अपना मत देना चाहिए।”

आपको बता दें कि इस साल के अंत में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिनमें राजस्थान के साथ मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना के नाम भी शामिल हैं। 200 सीटों वाली राजस्थान विधानसभा के लिए सात दिसंबर को मतदान होगा, जबकि 11 दिसंबर को इन सभी राज्यों के चुनाव परिणाम जारी किए जाएंगे। चुनाव कार्यक्रम जारी होने के साथ छह अक्टूबर को इन पांचों जगहों पर चुनावी आचार संहिता लागू हो गई थी।

वहीं, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा चौथी बार झालरापाटन विस क्षेत्र से चुनावी मैदान में खड़ी हुई हैं। रविवार को उन्होंने इसी इलाके में बीजेपी बूथ कार्यकर्ता के कार्यक्रम में इस बात का ऐलान किया। बोलीं- मेरा 30 सालों से झालावाड़ से अटूट संबंध है। जब तक मेरी सांसें रहेंगी, तब तक यह भी रहेगा। यह कोई सीएम और कार्यकर्ताओं के बीच का संबंध नहीं है, बल्कि यह तो मां और बेटे, मां-बेटी और भाई-बहन के बीच का रिश्ता है।

वसुंधरा ने आगे दावा किया कि 2018 के विस चुनाव में इस बार उन्हीं की पार्टी सरकार बनाएगी। बकौल सीएम, “अगर हम आठ सीटें जीत लेते तो हमारी सरकार बन जाती, क्योंकि तब कांग्रेस भी 96 सीटें ही ला सकी थी, जो कि बहुमत के लिए कम थीं। अगर हम आठ सीटें जीत लेते तो कांग्रेस के पास 88 सीटें रह जातीं। लेकिन इस बार पिछली गलती नहीं होगी। हम इस बार सरकार बनाएंगे।”