नई दिल्ली : दक्षिण भारतीय और मक्कल नीधि मय्यम अभिनेता कमल हासन ने केंद्र सरकार की राफेल डील पर सवाल उठाए हैं. कमल हासन ने कहा कि केंद्र सरकार ने राफेल के लिए विदेश से जो डील की है, उसकी जांच होना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि हम कोई आरोप नहीं लगा रहे है, बस शक कर रहे हैं और शक को दूर करने के लिए इस डील की जांच होनी चाहिए.

सूत्रों के हवाले से मिल रही जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस राफेल मामले की जांच के लिए विपक्ष का समर्थन जुटाने का प्रयास कर रही है. सूत्रों का ये भी कहना है कि पार्टी विपक्ष का समर्थन प्राप्त करके एक संयुक्त कमेटी का गठन करेगी और भी जांच की मांग करेगी. हालांकि अब तक ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि कौन सी पार्टी कांग्रेस के पक्ष में है और कौन सी नहीं.

कमल हासन के इस बयान से कुछ वक्त पहले ही एनसीपी के नेता और लोकसभा सांसद तारिक अनवर ने पार्टी पद से इस्तीफा दे दिया था. माना जा रहा है कि अनवर पार्टी अध्यक्ष शरद पवार से नाराज चल रहे थे. हालांकि कि कुछ लोगों का ये भी कहना है कि अनवर की नाराजगी शरद पवार के राफेल डील मामले में पीएम मोदी के समर्थन के कारण है.

इससे पहले राफेल सौदे पर वित्‍त मंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि इस सौदे की जांच नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) से कराई जाएगी. कैग इस सौदे की कीमतों की जांच करेगी. लेकिन यह डील रद्द नहीं होगी. उन्‍होंने कहा कि कैग इस बात को भी परखेगी कि कांग्रेस नीत यूपीए सरकार में राफेल विमान की सौदेबाजी बेहतर थी या बीजेपी नीत एनडीए सरकार में हो रही डील बेहतर है.