नई दिल्ली: दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। वह बिहार के बेगूसराय लोकसभा क्षेत्र से महागठबंधन के उम्मीदवार होंगे। बता दें कि बिहार के महागठबंधन में राजद, कांग्रेस, एनसीपी, जीतनराम मांझी के नेतृत्व वाली हिंदुस्तान आवाम मोर्चा, शरद यादव का लोकतांत्रिक जनता दल और सभी वाम दल शामिल हैं।

टीओआई की खबर के मुताबिक राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और उनके पुत्र तेजश्वी प्रसाद यादव परोक्ष रूप से बिहार के महागठबंधन का नेतृत्व कर रहे हैं। जबकि कांग्रेस नेतृत्व कन्हैया के लिए बेगूसराय सीट छोड़ने के लिए तैयार हो गई है। हालांकि कन्हैया कुमार सीपीआई के निशान पर ही चुनाव लड़ेंगे। जबकि सभी पार्टियों के कार्यकर्ता उन्हें समर्थन देंगे। ये बातें रिपोर्ट के मुताबिक लालू प्रसाद परिवार के करीबी ने बताई हैं।

जबकि सीपीएम के प्रदेश महासचिव सत्य नारायण सिंह के हवाले से टीओआई ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि कन्हैया कुमार सीपीएम के निशान पर चुनाव लड़ेंगे। इस बात के लिए कन्हैया ने भी अपनी सहमति दे दी है। कन्हैया कुमार,बिहार के बेगूसराय जिले के बरौनी ब्लॉक के तहत आने वाली बीहट पंचायत के मूल निवासी हैं। उनकी मां मीना देवी बेगूसराय में आंगनबाड़ी सेविका हैं। जबकि उनके पिता जयशंकर सिंह छोटे किसान हैं। लोकसभा में बेगूसराय क्षेत्र का नेतृत्व वर्तमान में भाजपा के सांसद भोला सिंह कर रहे हैं।

बीजेपी ने पहली बार बेगूसराय सीट साल 2014 में जीती थी। भाजपा के भोला सिंह को इस चुनाव में 4,28,227 वोट मिले थे। जबकि निकटतम प्रतिद्वंद्वी राजद के तनवीर हसन को 3,69,892 ही मिले थे। इस सीट पर सीपीआई के राजेन्द्र प्रसाद सिंह 1,92,639 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे। महागठबंधन में सीटों के बंटवारे के लिए निकटतम प्रतिद्वंद्वी का सूत्र लागू किया जा रहा है। इस हिसाब से बेगूसराय सीट राजद के खाते में जा रही है। राजद के एक सूत्र के हवाले से रिपोर्ट में लिखा गया है कि लालू प्रसाद की मंशा है कि कन्हैया कुमार को बेगूसराय से लड़वाया जाए।