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बिहार: बिहिया में महिला को निवस्त्र करने की घटना पर गरमाई सियासत

पटना: भोजपुर के बिहियां में महिला को निर्वस्त्र कर घुमाए जाने की घटना पर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। पक्ष-विपक्ष के नेताओं ने इस घटना को शर्मनाक बताते हुए एक-दूसरे पर भड़ास भी निकाली है।

कृषि मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने कहा कि बिहिया की घटना शर्मनाक है। पुलिस-प्रशासन काम कर रही है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। कानून अपना काम करेगा। इस प्रकरण में राजद नेताओं का नाम सामने आने पर मंत्री ने कहा कि इस तरह की घटनाओं में विपक्षी दलों के नेताओं के शामिल होने की बात आती रही है। सरकार पर अंगुली उठाने वालों को पहले अपनी पार्टी नेताओं पर कार्रवाई करनी चाहिए। विपक्ष को बताना चाहिए कि वह आखिर उनके दल में कैसे-कैसे नेता हैं। इस तरह की घटनाओं पर बयानबाजी करने की बजाए सबको संयम बरतना चाहिए।

जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने आरा मामले पर तेजस्वी यादव के ट्वीट के जवाब में कहा है कि सत्ता में बैठकर हो या विपक्ष में रहकर, दुशासन का चरित्र नहीं बदला जाता है। तेजस्वी यादव की अंतर्आत्मा जानती है कि घटना के पीछे किसकी साजिश है। उन्होंने कहा कि दोषियों की पहचान कर ली गयी है। चीरहरण के लिए जिम्मेवार दुशासन का चेहरा जल्द सामने आ जाएगा। नेता विपक्ष पर आरोप लगाया कि 15 साल सत्ता में रहकर तो बिहार को बदनाम कर चुके हैं। अब सत्ता हासिल करने की व्यग्रता में फिर से बिहार को बदनाम करने का खेल खेल रहे हैं।

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि राज्य सरकार की साख गिरी है। गृह मंत्री की बात सिपाही तक नहीं सुन रहे हैं। बड़े अधिकारियों की बात तो बहुत दूर की है। बिहियां और नालंदा मामले को लेकर श्री यादव ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर राज्य सरकार पर हमला बोला। उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि कानून-व्यवस्था और महिलाओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करें। राज्य में कुशासन का आरोप लगाया और कहा कि बिहिया में मॉब लिंचिंग की कोशिश की गयी। अगर राज्य सरकार में थोड़ी भी मानवता व संवेदना बची हो तो राजभवन पहुंचें।

हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने कहा कि बिहिया की घटना शर्मनाक है। एक महिला की अस्मिता के साथ खिलवाड़ किया गया। उसके सम्मान व आबरू के साथ खिलवाड़ किया गया। कहां गया सुशासन? पुलिस-प्रशासन कहां है? बिहार में कानून-व्यवस्था का जो हाल है, उसे देखते हुए अविलंब राष्ट्रपति शासन लागू किया जाना चाहिए। हम के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान के नेतृत्व में आठ सदस्यीय टीम ने बिहिया का दौरा भी किया। राष्ट्रीय समता पार्टी सेक्यूलर के अध्यक्ष अजय सिंह अलमस्त ने कहा कि इस प्रकरण से साफ हो गया कि राज्य में सरकार का अस्तित्व नहीं रह गया है। मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए।

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