लखनऊ। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) उ0प्र0 राज्य मंत्रि परिषद ने
कहा है कि देवरिया में संरक्षण गृह की बालिकाओं के साथ घटित घटना जघन्यतम और
घोर बर्बर है। यह बिहार मुजफ्फरपुर में हुई घटना से किसी भी तरह कम नहीं है।
बच्चियों के साथ इस तरह की घोर अमानवीय नृशंसतम अपराध बिना अधिकारियों और
राजनैतिक संरक्षण के संभव ही नहीं है। आखिर कैसे तीन साल पूर्व प्रतिबंधित
संस्था को स्वयं पुलिस ही लड़कियों को ले जाकर सौंपती थी।

एक प्रतिबंधित संस्था काम करती रही और वहां पर यहा काण्ड होता रहा और उच्च
अधिकारियों तथा समाज कल्याण मंत्री को इसका पता नहीं चला, इस बात को मानना
कठिन है।

भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) राज्य मंत्रि परिषद ने कहा है कि
भाजपा मोदी और योगी राज में अपराधियों का मनोबल चरम पर है। समाज के ऐसे
आपराधिक तत्व जो हर तरह से अपराध में माहिर हैं, सरकार में अच्छी खासी पहुंच
है। यह कहा जा सकता है कि उन्हीं की सरकार है। जघन्यतम अपराध करने के बावजूद
अपराधियों को सरकार छोड़ रही है और संरक्षण दे रही है। यही वजह है कि इनका
मनोबल बढ़ा हुआ है।

भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) राज्य मंत्रि परिषद ने प्रदेश की
समाज कल्याण मंत्री के फौरन इस्तीफे की मांग करते हुए मुजफ्फरपुर काण्ड की तरह
ही देवरिया काण्ड की सीबीआई जांच सुप्रीमकोर्ट या हाईकोर्ट के न्यायाधीश की
देखरेख में कराने की मांग की है। राज्य मंत्रि परिषद ने इस तथ्य को रेखांकित
किया कि इस तरह के काण्ड कई जिलों के संरक्षण गृह में होते रहे हैं। यह
संरक्षण गृह कम बच्चियों के लिए यातना गृह अधिक हैं। अतः जरूरी है कि इनकी
नियमित रूप से गहन निगरानी की जाय।

पार्टी ने फैसला लिया है कि 9 अगस्त 2018 को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर
इस घटना के विरोध में प्रदर्शन किये जायेंगे।