महिंद्रा ग्रुप ने प्रोजेक्ट नन्हीं कली के साथ मिलकर बालिका शिक्षा के प्रति फैली गलतफहमी को दूर करने का लक्ष्य रखा है – जो कि समाज के कुछ वर्गों की समस्या है। इस हेतु, महिंद्रा ने लड़की हाथ से निकल जायेंगी वाक्यांश के साथ अब नई पहल शुरू की है। प्रत्येक बालिका को शिक्षा देने के परिणामस्वरूप उसके लिए पैदा होने वाले अवसरों को दिखलाने के उद्देश्य से, यह अभियान महिंद्रा राइज के सभी डिजिटल चैनल्स पर आज लाइव हो जायेगा। संदेश को फैलाने और इस उद्देश्य को समर्थन देने हेतु अभियान छेड़ने के लिए कई संबद्ध गतिविधियों की योजना बनाई गई है। इस अभियान के तहत उन महिलाओं की सराहना की जायेगी, जिन्होंने उस महत्वपूर्ण कदम को बढ़ाकर महानता हासिल की है। ये महिलाएं महिंद्रा से बाहर की और हमारी नन्हीं कली की प्रेरक कहानियां दोनों ही होंगी।

अभियान के उद्देश्य एवं आरंभ पर टिप्पणी करते हुए, के.सी. महिंद्रा एजुकेशन ट्रस्ट की सीनियर वाइस प्रेसिडेंट-सीएसआर व कार्यकारी निदेशक, शीतल मेहता, ‘‘बालिकाओं को शिक्षा प्रदान करने के दो दशकों से अधिक समय के अनुभव के साथ, प्रोजेक्ट नन्हीं कली के पास इस बात का पर्याप्त प्रमाण है कि शिक्षा एकमात्र ऐसा उपकरण है जिसकी मदद से लड़कियां गरीबी से छुटकारा पा सकती हैं और सम्मानजनक जिंदगी जी सकती हैं। इस अभियान का उद्देश्य लड़कियों के प्रति सोच को बदलना है और लड़की हाथ से निकल जायेंगी वाक्यांश के जरिए सकारात्मक संदेश देना है। हमें उम्मीद है कि भारत का प्रत्येक नागरिक, विशेषकर मिलेनियल्स, न केवल इस फिल्म को देखेंगे, बल्कि इसके संदेश को फैलाने और इस नेक कार्य में अपना योगदान देने में भी मदद करेंगे।’’

महिंद्रा ऐंड महिंद्रा लिमिटेड के ग्रुप काॅर्पोरेट ब्रांड, मुख्य विपणन अधिकारी, विवेक नायर ने कहा, ‘‘महिंद्रा सामाजिक रूप से जिम्मेवार ब्रांड, लेकिन हमारी राइज फिलाॅसफी के साथ, हम न केवल समाज में अच्छा करना चाहते हैं, बल्कि दूसरों को भी अच्छा करने के लिए प्रेरित करना चाहते हैं, ताकि सामाजिक बदलाव को आगे बढ़ाया जा सके। अच्छे अभियानों के लिए महिंद्रा राइज का यही उद्देश्य है। लड़की हाथ से निकल जायेंगी अभियान के साथ, हम इस वाक्यांश के जरिए बालिका शिक्षा के लिए सकारात्मक रूप से सशक्त संदेश दे रहे हैं और परिणामी सफलता के बारे में बता रहे हैं।’’