मुंबई: फीफा विश्व कप फाइनल और केंद्र की एनडीए सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के बीच तुलना करते हुए शिवसेना ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस की तरह भले ही विजयी हुए हों , लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उपविजेता क्रोएशिया की तरह कई लोगों का दिल जीता.
शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा, ‘फुटबॉल विश्व कप फाइनल में फ्रांस ने (खिताब) जीता , लेकिन क्रोएशिया जिस तरह से खेली उसके लिए उसे याद किया जाएगा. राहुल के बारे में अब उसी तरह से चर्चा हो रही है. जब कोई इस तरह से राजनीति करता है तो चार – पांच कदम आगे बढ़ता है. ’’
राहुल गांधी के प्रधानमंत्री मोदी को गले लगाने के बारे में राउत ने यहां एक समाचार चैनल से कहा कि इस तरह की हरकतें ध्यान खींचने के लिए की जाती हैं. अगर राहुल गांधी ने पीएम मोदी को झटका देने के लिए ऐसा किया , तो वह कामयाब रहे.
राज्यसभा सदस्य ने कहा कि राहुल गांधी को लोकसभा में शुक्रवार को अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान नए अवतार में दिखने के लिए बधाई दी जानी चाहिए. गांधी ने किसानों की समस्या से लेकर राफेल सौदे समेत विभिन्न मुद्दों पर मोदी सरकार पर तीखे हमले किए.
शिवसेना नेता ने कहा, ‘ पीएम मोदी का भाषण प्रधानमंत्री की तरह का था. मोदी जी , मोदी जी हैं. मोदी जी की तुलना किसी और से करना सही नहीं होगा. हालांकि , राहुल के भाषण की भी उसी तरह से चर्चा की जा रही है. ’ राउत ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव का गिरना आश्चर्यजनक नहीं है , क्योंकि निचले सदन में बीजेपी नीत एनडीए के पास बहुमत है.
उन्होंने कहा , ‘सत्ता की अपनी ताकत है और उसमें डर का तत्व भी है. देश अक्सर प्रधानमंत्री को सुनता है , लेकिन राहुल पहली बार अपने नए अवतार में दिखे.’ पीएम मोदी सरकार के खिलाफ शुक्रवार को अविश्वास प्रस्ताव 325-126 के अंतर से गिर गया. बीजेपी की पूर्व सहयोगी टीडीपी ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था. शिवसेना ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया था.
ब्यूरो चीफ फहीम सिद्दीकी बाराबंकी । ऑक्सीजन प्लांट में ब्लास्ट हो गया। जिसमें की एक…
भाजपा ने भारत गणराज्य की आर्थिक सम्प्रभुता को पहुंचाई क्षति, हारना जरूरीसमाज के मैत्रीभाव को…
बाराबंकी मे गठबंधन प्रत्याशी तनुज पुनिया के समर्थन में जनसभा का आयोजन। ब्यूरो चीफ फहीम…
02 जून को आएँगी ग़ाज़ी मियां की प्रतीकात्मक बारातें भारत नेपाल के सीमावर्ती जनपद उत्तरप्रदेश…
छात्रों को सीखने के अवसर और अन्वेषण कार्यो की जानकारी भी हासिल हो रही है…
2024 के आम चुनाव पर दुनिया भर की निगाहें लगी हुई है . इसके पीछे…