औरंगाबाद: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने आरोप लगाया कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के साथ छेड़छाड़ करके भाजपा पिछले चुनावों में जीत कर आई थी. ठाकरे ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली राजग सरकार 2019 में सत्ता में नहीं लौटेगी, क्योंकि यह हर मोर्चे पर वह 'विफल' रही है. मराठवाड़ा की छह दिवसीय यात्रा के पहले दिन संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने पूछा, 'ईवीएम की वजह से भाजपा पिछले चुनावों में जीती. अन्यथा, कैसे किसी उम्मीदवार को एक भी वोट नहीं मिल सकता था.'
ठाकरे की इस यात्रा का मकसद मराठवाड़ा में 'मनसे' को मजबूत करना है. पार्टी राज्य में राजनीतिक सत्ता हासिल करने के लिए संघर्ष कर रही है. महाराष्ट्र के 2009 के विधानसभा चुनाव में इस पार्टी का प्रदर्शन अच्छा रहा था, लेकिन इसके बाद 2014 में विधानसभा और लोकसभा चुनाव में पार्टी हाशिए पर पहुंच गई. ठाकरे ने केंद्र सरकार को देश के विभिन्न हिस्सों में हो रही पीट पीटकर मार डालने की घटनाओं के लिए भी दोषी ठहराया.
बता दें कि इससे एक दिन पहले अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की हिमायत करते हुए मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने कहा था कि इस मुद्दे का इस्तेमाल चुनाव प्रचार के लिए नहीं किया जाना चाहिए. राज ठाकरे ने आरोप लगाया कि भाजपा विभिन्न मोर्चों पर अपनी नाकामी को छिपाने के लिए मंदिर का मुद्दा उठा रही है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा (एनईईटी), दुग्ध उत्पादकों के जारी आंदोलन, अरब सागर में छत्रपति शिवाजी के प्रस्तावित स्मारक और बुलेट ट्रेन परियोजना सहित कई मुद्दों को लेकर केंद्र और महाराष्ट्र सरकार की आलोचना भी की.
ठाकरे ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण होना चाहिए लेकिन इस मुद्दे का इस्तेमाल चुनाव प्रचार के लिए किया जाना गलत है. बीते चार साल में मोदी सरकार ने कोई काम नहीं किया है जिसे वह विकास कार्य के रूप में दिखा सके.
ब्यूरो चीफ फहीम सिद्दीकी बाराबंकी । ऑक्सीजन प्लांट में ब्लास्ट हो गया। जिसमें की एक…
भाजपा ने भारत गणराज्य की आर्थिक सम्प्रभुता को पहुंचाई क्षति, हारना जरूरीसमाज के मैत्रीभाव को…
बाराबंकी मे गठबंधन प्रत्याशी तनुज पुनिया के समर्थन में जनसभा का आयोजन। ब्यूरो चीफ फहीम…
02 जून को आएँगी ग़ाज़ी मियां की प्रतीकात्मक बारातें भारत नेपाल के सीमावर्ती जनपद उत्तरप्रदेश…
छात्रों को सीखने के अवसर और अन्वेषण कार्यो की जानकारी भी हासिल हो रही है…
2024 के आम चुनाव पर दुनिया भर की निगाहें लगी हुई है . इसके पीछे…