लखनऊ: उत्तर प्रदेश में शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी को जल्द ही वाई श्रेणी की सुरक्षा मिलने जा रही है. मामले में गृह मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश सरकार को निर्देश दिया है कि राज्य स्तरीय सुरक्षा ​समिति की आगे होने वाली बैठक तक वसीम रिजवी को वाई श्रेणी की अंतरिम सुरक्षा मोहैया करा दी जाए. बता दें वाई श्रेणी की सुरक्षा में 10 जवान रहते हैं. इनमें 2 से 3 कमांडो और पुलिस अधिकारी भी सुरक्षा में शामिल होते हैं.

बता दें, इसी साल उत्तर प्रदेश में शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी को अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के कथित गुर्गों ने जान से मारने की धमकी मिली. इस मामले में वसीम रिजवी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. रिजवी के मुताबिक, एक अज्ञात व्यक्ति ने रात 10 बजे उन्हें फोन किया और खुद को 'डी कंपनी' का आदमी बताते हुए 'भाई' के नाम से धमकी दी.

रिजवी ने बताया कि उन्हें नेपाल से दाऊद इब्राहिम के किसी गुर्गे ने फोन किया और मदरसों के मामले में चल रहे विवाद के क्रम में दाऊद का मैसेज देते हुए धमकाया. रिजवी ने बताया कि दाऊद के हवाले से उन्हें धमकी दी गई कि वह फौरन मौलानाओं से माफी मांगें, नहीं तो उन्हें और उनके परिवार को धमाके से उड़ा दिया जाएगा.

धमकी मिलने के बाद वसीम रिजवी ने सहादतगंज थाने में केस दर्ज करवाया है. फिलहाल धमकी मिलने के बाद पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है. गौरतलब है कि मदरसों में दी जा रही शिक्षा की आलोचना करने के बाद वसीम रिजवी मुस्लिमों के एक वर्ग के निशाने पर आग गए थे. शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने बीते 9 जनवरी को पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर मदरसा शिक्षा को खत्म करने की मांग की थी. उन्होंने कहा था कि कुछ आतंकवादी संगठन भी अवैध रूप से चल रहे मदरसों को फंड दे रहे हैं, जिसकी जांच होना चाहिए.