लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा स्नातक शिक्षा में सेमेस्टर सिस्टम लागू करने का आॅल इण्डिया डीएसओ ने कड़ा विरोध जताया। हज़रतगंज, लखनऊ में आयोजित छात्रों की बैठक में बोलते हुए संगठन के प्रदेश सचिव दिलीप कुमार ने कहा कि प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा का निजीकरण करने के साथ-साथ सरकार उच्च शिक्षा का भी निजीकरण करने पर तुली हुई है। निजीकरण करने के मंसूबो को पूरा करने वाला राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (त्न्ै।) लागू करने का पुरजोर प्रयास कर रही है। चर्चा करते हुए उन्होने कहा कि सेमेस्टर प्रणाली सम्पूर्ण रूप से वैज्ञानिक व धर्मनिरपेक्ष ज्ञान को हासिल करने की प्रक्रिया को खत्म कर देता है, क्योंकि इसके अन्तर्गत सम्पूर्ण विषय को 6.6 महीने के छोटे-छोटे पैकेट्स के रूप में पढ़ाया जाता है जिससे विषय की व्यापक, विस्तृत व समग्रता की पढ़ाई नष्ट हो जाती है। सेमेस्टर प्रणाली शिक्षा को मात्र सूचना मूलक ज्ञान में तब्दील कर देता है, जो विज्ञान, मानविकी, चिकित्सा व प्रायोगिक विज्ञान के विषयों की सामग्रिक ज्ञान अर्जन करने की राह में बेहद घातक है। इसके अलावा साल भर छात्र परीक्षा के भय से घिरे रहने के कारण किसी भी सामाजिक व सांस्कृतिक गतिविधियों की ओर ध्यान नहीं दे पाते।

दूसरी ओर शैक्षणिक स्टाफ की भारी कमी के चलते शैक्षणिक कार्य भयंकर रूप से प्रभावित होते हंै। प्रश्न पत्र बनाना, उत्तर पुस्तिकाओं की जाँच, परीक्षा परिणाम तैयार करना, एडमिशन आॅन लाइन प्रक्रिया को पूरा करना आदि इन सभी गतिविधियों में ही शिक्षकों का ज्यादातर वक्त निकल जाता है और पढ़ाने का वक्त अत्यन्त सीमित हो जाता है इस कारण से उत्तर पुस्तिकाओं की यथोचित जाँच भी प्रभावित होती है और परीक्षा परिणाम में देरी होती है। इतना ही नहीं सेमेस्टर प्रणाली में हर साल ज्यादा परीक्षओं का मतलब है ज्यादा रजिस्ट्रेशन फीस और ज्यादा परीक्षा फीस। इसलिए इस प्रणाली में छात्रों के ऊपर लगातार विभिन्न प्रकार की फीस का बोझ थोप दिया जाता है। लखनऊ विश्वविद्यालय की बढ़ी हुई फीस सेमेस्टर प्रणाली लागू करने का ही परिणाम है।

शिक्षा को नष्ट करने व लगातार महंगा बनाने वाली घातक सेमेस्टर प्रणाली का पूरे देश के शिक्षाविद, शिक्षक, छात्र तथा अविभावकों द्वारा भारी विरोध करने के कारण गुजरात व मध्यप्रदेश सरकार ने विश्वविद्याालयों में लागू की गयी सेमेस्टर प्रणाली को पूरी तरह से बन्द कर दिया। जब प्रयोग के तौर पर लायी गयी समेस्टर प्रणाली लोगों को एक सही शिक्षा देने में असफल सबित हो रही है तब लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा सेमेस्टर प्रणाली को लागू करने का मतलब है…छात्रों से ज्यादा से ज्यादा पैसा वसूल करना।

आॅल इण्डिया डीएसओ प्रदेश के समस्त शिक्षाविदों, शिक्षकों अविभावको व छात्रों से अपील करता है कि सेमेस्टर प्रणाली हटाने के लिए एकजुट होकर छात्र आन्दोलन को मजबूत करें।