नई दिल्ली: रजनीकांत की फिल्म काला पर कर्नाटक में बैन लगा दिया गया है. फिल्म अभिनेता प्रकाश राज ने इस बैन का विरोध करते हुए ट्वीट किया है. उन्होंने सवाल किया है कि फिल्म इंडस्ट्री को हमेशा क्यों टारगेट किया जाता है. साथ ही उन्होंने प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए ये सवाल भी उठाया कि वे काला के साथ भी वैसा ही करेंगे जैसा पद्मावत के साथ किया गया.
प्रकाश राज ने अपने ट्वीट में लिखा है कि कावेरी समस्या का फिल्म से क्या लेना-देना है? हमेशा ऐसे मामलों में फिल्मों को क्यों टारगेट किया जाता है? क्या जेडीएस और कांग्रेस लोगों को कानून अपने हाथ में लेने देंगे… जैसा बीजेपी ने पद्मावत के साथ किया या फिर वे आम लोगों को आश्वस्त करेंगे और उन्हें उनका चुनने का अधिकार देंगे.

बता दें कि रजनीकांत की फिल्म 'काला' 7 जून को रिलीज होनी है. रजनीकांत की फिल्मों को लेकर दक्षिण भारत में जिस तरह का क्रेज रहता है, उसे देखते हुए ये समझना मुश्किल नहीं है कि फिल्म की रिलीज टलने से काफी नुकसान होगा. पा रंजीत के निर्देशन में बनी इस फिल्म का प्रोडक्शन धनुष ने किया है. फिल्म में रजनीकांत का किरदार झुग्गियों में रहने वाले लोगों के लीडर का है जो एक गैंगस्टर बन जाता है.

रजनीकांत ने मीडिया से बात करते हुए कहा था- 'मैं नहीं जानता कि फिल्म को बैन करने के पीछे क्या वजह है. KFCC (कर्नाटक फिल्म चेंबर ऑफ कॉमर्स) साउथ इंडियन फिल्म चेंबर ऑफ कॉमर्स का हिस्सा है और मुझे लगता है कि वे इसमें दखल देंगे और एक बेहतर हल के साथ सामने आएंगे.'

कुछ दिन पहले रजनीकांत ने कावेरी जल विवाद पर एक बयान दिया था. उन्होंने कहा था- कावेरी नदी से तमिलनाडु को मिलने वाली पानी की मात्रा को कम करने का सुप्रीम कोर्ट का आदेश निराशाजनक है. राज्य सरकार को समीक्षा याचिका दायर करनी चाहिए. इसके बाद KFCC (कर्नाटक फिल्म चेंबर ऑफ कॉमर्स) ने राज्य में फिल्म को बैन कर दिया है. 10 समूहों ने कन्नड़ फिल्म काउंसिल से फिल्म को बैन करने की मांग की क्योंकि वे कावेरी मामले में रजनीकांत के बयानों से असंतुष्ट थे.

प्रकाश राज के ट्वीट की मानें, तो इस फिल्म बैन कर्नाटक फिल्म चैंबर ने नहीं लगाया है. डिस्ट्रीब्यूटर्स और एग्जीबिटर्स ने फिल्म को लेकर बन रहे दबाव के चलते फिल्म रिलीज ना करने का फैसला किया है. प्रकाश राज ने एएनआई से बातचीत में कहा कि अब यह पूरी तरह सरकार पर निर्भर करता है कि वह फिल्म को रिलीज करते हैं या नहीं.