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sultanpur: प्रतीक्षा बोर्ड देखकर कर बेहाल हो रहे हैं कुत्तों का शिकार बने लोग

सुलतानपुर । जिला चिकित्सालय में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होने
के भले ही लाख दावे किए जा रहे हैं लेकिन यहां सब कुछ गड़बड़ ही दिखाई दे
रहा है। कहने को तो अस्पताल में सारी आवश्यक दवाएं मौजूद है। ऐसे समय में
योगी सरकार का पूरा तन्त्र फेल दिखाई दे रहा है जब प्रदेश में कुत्तों
के काटने से कई मौते हो चुकी हैं। जिला चिकित्सालय में कुत्तों के शिकार
लोगों का कोई इलाज नहीं रह गया है।

जी हां यह सच है जिस बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का दम्भ प्रदेश की सरकार
भर रही है उसी सरकार द्वारा सीएमएस बनाये गये चिकित्सक डाॅ0 बीबी सिंह
जिला अस्पताल में कुत्तों के शिकार मरीजों को इन्जेक्शन उपलब्ध करा पाने
में विफल है। बताते चलें कि अभी पिछले दिनों राजधानी के दो पड़ोसी जिलों
में कुत्तों के काटने से कई लोगों को मौतें हो गयी थी। जिस पर सरकार ने
फौरन जुबानी हरकत दिखाई । लेकिन अस्पतालों में कुत्तों के काटने पर लगने
वाले इंजेक्शन का अकाल पड़ा है। कई दिनों से जिला अस्पताल में इन्जेक्शन
उपलब्ध नहीं है। इसके चलते प्राइवेट दूकानों पर इन्जेक्शन मंहगे हो चले
है और रोगियों को मंहगे दामों में खरीदना मुश्किल हो रहा है। जिला
अस्पताल में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के हवाले से यह बोर्ड लग गया है कि
सुई उपलब्ध नहीं है । आने तक प्रतीक्षा करें। अब इन डाक्टरों को कौन
समझाए जो कुत्तों के काटने पर प्रतीक्षा करने की सलाह दे रहे हैं। क्या
कुत्तों के काटने पर इन्जेक्शन आने तक प्रतीक्षा की जानी चाहिए ? फिलहाल
जिला चिकित्सालय में कुत्तों के शिकार मरीजों को पोस्टर लगाकर गुमराह
किया जा रहा है ।

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