सुलतानपुर । अपनी मोटर साइकिल से बाजार घूमने निकले पूर्व प्रधान की पहले
से घात लगाये अज्ञात दो मोटर साइकिल सवार हमलवारो ने ताबतोड़ असलहे से
गोली मार दी। हमलवारो ने पूर्व प्रधान की कनपटी व सर मे इतनी गोली मारी
जब तक कि उनकी मौके पर मौत नही हो गई। उसके बाद बदमाश असलहा लहराते हुए
फरार हो गए। गोली की आवाज सुनकर बाजार में दहशत फैल गई और लोग अपनी
दुकानें बंदकर भाग गए। मौके पर ही पूर्व प्रधान की मौत हो गई। सूचना पर
पहुची पुलिस टीम ने शव कब्जे मे लेकर छानबीन शुरु कर दी।
घटना क्रम के अनुसार जयसिंहपुर कोतवाली क्षेत्र के विरसिंहपुर गांव
निवासी 62 वर्षीय पूर्व प्रधान शशांक शेखर सिंह उर्फ मुन्नू शनिवार की
शाम साढ़े छह बजे बाइक लेकर घर से बाजार के लिए निकले। जैसे ही वै चैक से
दोस्तपुर मार्ग पर स्थित एक स्टूडियो दुकान के सामने पहुंचे ही थे तभी
सामने से आ रही बस को रास्ता देने के लिए वह सड़क के किनारे बाइक रोककर
खड़े हो गए। इसी बीच दो बाइकों पर सवार चार-पांच बदमाश पहुंचे और शशांक
शेखर की कनपटी में कई राउंड गोलियां मारकर हत्या कर दी और बेखौफ बदमाशो
ने असलहा लहराते हुए फरार हो गए। पूर्व प्रधान को गोली मारने की जानकारी
मिलते ही बाजार की सभी दुकानें बन्द हो गईं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने
वहां मौजूद परिजनों और आक्रोशित स्थानीय लोगों को समझाया, हत्यारों की
जल्द गिरफ्तारी का भरोसा दिलाया और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के
लिए भेज दिया है। उधर हत्या और क्षेत्र में व्याप्त तनाव को देखते हुए
एसपी अमित वर्मा, एएसपी सूर्यकांत त्रिपाठी, सीओ जयसिंहपुर, सीओ कादीपुर
भारी पुलिस बल और फरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल पहुंचे और लोगों से
जानकारी हासिल की। मृतक को 23 दिसम्बर को सीएम ने प्रदेश में सरसों की
उन्नतिशील खेती में प्रदेश में तीसरा स्थान पाने के लिए सम्मानित किया
था। एसपी अमित वर्मा ने बताया कि हत्या पुरानी रंजिश में हुई है। जल्द ही
हत्यारों को अरेस्ट कर लिया जाएगा। हत्यारों को पकड़ने के लिए पुलिस टीम
गठित कर दी गई है।

टीम गठित

पुलिस कप्तान अमित वर्मा ने बताया कि अपराधियो को पकडने के लिए टीम गठित
कर दी गई है। जल्द ही हत्यारों को पकड़ कर पुलिस खुलासा कर देगी कि सरेशाम
हुई हत्या का कारण किया है। फिलहाल स्थानीयो की माने तो लगभग दसक वर्षो
पूर्व फौजे के 15 वर्षीय बेटे की दिन मे गोली मारकर हत्या कर दी थी।
जिसमे पुलिस ने पूर्व प्रधान शशंाक शेखर सिंह व उनके सुरक्षाकर्मी को
हत्या मे मुख्य अभियुक्त बनाया था। अपनी मजबूत पकड़ के नाते पुलिस ने
शशांक शेखर को नही गिरफ्तार कर सकी उनके सुरक्षाकर्मी को पकडकर जेल भेज
दिया था। जेल से छूटने के बाद मृतक पूर्व प्रधान बेखौफ घूम रहा था।
बताया जा रहा है कि तब से बेटे के हत्या का दर्द लिए परिवारीजन हैरान थे।
इस हत्या के पीछे पुलिस को कारण साफ नजर आ रहा है।