इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने आज जवाबी कार्रवाई करते हुए अमेरिका राजनयिकों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया। इसके पहले अमेरिका ने भी ऐसे ही कदम उठाए थे। माना जा रहा है कि पाकिस्तान के इस प्रतिक्रियावादी कदम से दोनों देशों के संबंध और तनावपूर्ण हो सकते हैं।

इसके पहले इस रोक को एक मई से प्रभावी होना था। लेकिन इसे टाल दिया गया था क्योंकि दोनों पक्षों ने इस मुद्दे को हल करने का फैसला किया था। विदेश कार्यालय के प्रवक्ता डा . मोहम्मद फैसल ने कल पुष्टि की कि दोनों देश एक दूसरे के राजनयिकों की आवाजाही पर रोक लगाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रतिबंध 11 मई से लागू होंगे और यह परस्पर आधार पर होंगे। उन्होंने हालांकि कहा कि इस मामले में दोनों पक्षों के बीच बातचीत चल रही है।

अमेरिकी फैसले के अनुसार वाशिंगटन स्थित दूतावास और न्यूयार्क, लॉस एंजिलिस, टेक्सास तथा शिकागो के वाणिज्य दूतावासों में नियुक्त पाकिस्तानी राजनयिकों की आवाजाही शहर के 40 किलोमीटर तक सीमित होगी। निर्धारित सीमा से बाहर जाने के लिए उन्हें औपचारिक रूप से अनुमति लेनी होगी।

बताते चलें कि बीते महीने अमेरिका ने अपने देश में पाकिस्तानी राजनयिकों पर प्रतिबंध लगाया है। यह प्रतिबंध एक मई से प्रभावी है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया था कि वॉशिंगटन में पाकिस्तानी राजनयिकों पर यात्रा प्रतिबंधों के संदर्भ में हां, हमें अमेरिका से आधिकारिक सूचना मिली है, वहां एक मई 2018 से पाकिस्तानी राजनयिकों पर प्रतिबंध लगा रहा है। फैजल ने इस्लामाबाद में कहा था कि यह मुद्दा मुख्य तौर पर पारस्परिकता का है। दोनों पक्ष एक-दूसरे के संपर्क में है और हमें उम्मीद है कि इस मुद्दे को जल्द ही सुलझा लिया जाएगा। हम फिलहाल इस पर कुछ नहीं कह सकते।