नई दिल्ली: बस्ती में चार साध्वियों से बलात्कार में फंसे बाबा सच्चिदानंद भले ही पुलिस की पहुंच से दूर हैं. लेकिन अदालत ने उन पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. दुष्कर्मी बाबा पिछले सात महीनों से फरार चल रहे हैं. पुलिस उनतक नहीं पहुंच सकी है. जिस पर कोर्ट ने बस्ती पुलिस को फटकार लगाते हुए धारा 83 के तहत आश्रम की संपत्ति के कुर्की के आदेश जारी कर दिए.

अदालत के आदेश पर बाबा के दो आश्रम अमहट स्थित संत कुटीर और लालगंज थाना इलाके के सेल्हरा स्थित सत्यलोक आश्रम के सामानों की कुर्की पुलिस ने शुरू कर दी है. कुर्की के दौरान बाबा के कमरे में शक्तिवर्धक दवाओं के साथ महिला साध्वियों के वस्त्र भी मिले हैं, जो बाबा पर लगे आरोपों को पुख्ता करती हैं. बाबा के कमरे से मिले साहित्य में दुष्कर्मी बाबा सच्चिदानंद की रूहानी शायरियां हैं. कुर्की के दौरान कुछ नेपाली मुद्राएं भी बरामद हुई हैं. जिससे पता चलता है कि बाबा केवल हिंदुस्तान में ही नहीं, नेपाल में भी जाया करता था.

सीओ सिटी आलोक सिंह ने बताया कि सर्च के दौरान बाबा के कमरे से शक्तिवर्धक दवाओं, साहित्य और नेपाली नोट बरामद किए गए हैं. नेपाली नोटों से ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है कि बाबा पुलिस से बचने के लिए नेपाल भाग गया है. शायद इसी वजह से पुलिस पिछले 5 महीने में भी बाबा तक नहीं पहुंच पाई है.

बता दें, बाबा के रसूख के खिलाफ रुकी कार्रवाईयों के चलते पिछले दिनों पीड़ित साध्वियों ने जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना देकर बाबा की जल्द गिरफ्तारी की मांग की थी.