किसी भी अन्य देश की तुलना में भारतीयों का सोने के साथ लगाव कहीं ज्यादा गहरा है। यहां सोने की खरीद के साथ धर्म, भावनाएं और संवेदनाएं जुड़ी हुई हैं और यही वजह है कि भारत में भौतिक स्वर्ण की मांग कभी खत्म नहीं होती। इसी के चलते भारत दुनिया में सोने का सबसे बड़े आयातक है, जो कि वैश्विक खुदरा उपभोग का पांचवां हिस्सा है। अक्षय तृतीया करीब है और बहुत से भारतीयों के लिए यह दिन सोने की खरीद के लिए बहुत ‘शुभ’ माना जाता है।

जहां तक इस पीली धातु को खरीदने की बात आती है, भारत के लगभग सभी शहरों में इसके लिए खासतौर पर गोल्ड मार्केट हैं। मुम्बई में जावेरी बाजार सबसे पुराना और सबसे विशाल सोने का बाजार है। दिल्ली में, करोल बाग और साउथ एक्सटेंशन में सोने के कई जौहरी हैं, जबकि चेन्नई में अगर किसी को सोना खरीदना है जो वह टी. नगर का रूख करता है। सोने की बात आती है तो केरल को कैसे भूला जा सकता है, ग्रामीण केरल में सोने के गहनों पर प्रति व्यक्ति खर्च सभी छह शीर्ष राज्यों के प्रति व्यक्ति व्यय से काफी आगे है।

तो, आपको कैसा लगेगा अगर कोई कहे कि इन खास बाजारों में से किसी एक में जाने की बजाय इस अक्षय तृतीया पर आप साल भर के लिए अपने सोने की खरीद का कोटा अपने नजदीकी किराना स्टोर तक जाकर पूरा कर सकते हैं? यही नहीं, इस खरीद में आपको एकमुश्त पैसा देने की भी जरूरत नहीं, अगर आप चाहें तो 3 से 9 महीनों की अवधि में फैली ईएमआई के जरिए भी सोने की कीमत चुका सकते हैं। साथ ही, ग्राहकों को यह सहूलियत भी है कि अनुबंध की अवधि खत्म होने के बाद भौतिक स्वर्ण उनके घर पहुंचा दिया जाएगा।

पारंपरिक दुकानों और डिजिटल कॉमर्स के फायदों के सम्मोहक मिश्रण के साथ एबिक्सकैश ने ऑग्मोन्ट इंडिया के सहयोग से देश भर के 5,000 शहरों, कस्बों और गांवों में फैले अपने ‘फिजिकल नेटवर्क’ के जरिए 231,500 से अधिक की संख्या वाले खुदरा ठिकानों पर 24 कैरेट (999) के सबसे अच्छी गुणवत्ता वाले स्वर्ण सिक्के खरीदने की सुविधा शुरू की है। खरीदार को करना बस यह है कि वह अपने निकटतम एबिक्सकैश के खुदरा स्टोर में जाएं, अपने प्रोडक्ट का चयन करें, 20 फीसदी डाउनपेमेंट करें और शेष हर महीने ईएमआई में चुकाएं। इसके अलावा, उनके पास ईएमआई अवधि के दौरान ऑर्डर रद्द करने का विकल्प भी है!

ऑग्मोन्ट भारत की सबसे बड़ी और सबसे भरोसेमंद बी-2-बी बुलियन सप्लायर है, जो 999 (24 कैरेट्स) की शुद्धता के साथ अपनी खुद की बीआईएस मान्यताप्राप्त रिफाइनरी से उच्च गुणवत्ता वाले सोने की पेशकश करती है। हालांकि खरीदार फिलहाल विभिन्न प्रकार के सोने के सिक्कों में से पसंदीदा चुन सकते हैं, प्लेटफार्म का उद्देश्य निकट भविष्य में पेंडेंट, कंगन, चेन और झुमके जैसे आभूषणों को भी शामिल करना है।

सोने को खरीदना सिर्फ अमीरों का विशेषाधिकार नहीं है, यही वजह है कि इस पर जीएसटी की दर सिर्फ 3 फीसदी रखी गई 18 फीसदी नहीं। और यह भी दिलचस्प है कि भारत सोने का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है, जबकि सोने की कुल सालाना खरीद की 60 फीसदी खपत अकेले ग्रामीण भारत में होती है।

भारत में अभी भी सिर्फ एक-तिहाई लोगों के अपने बैंक खाते हैं, एक बड़ा हिस्सा बैंकिंग की सुविधाओं से महरूम है। ऐसे में देश में बैंकिंग प्रणाली की पर्याप्त पहुंच से वंचित क्षेत्रों में सोना अभी भी ग्रामीणों के लिए वित्तीय सुरक्षा की गारंटी बना हुआ है। एक आकस्मिक जरूरत के दौरान तत्काल नकदी प्राप्त करने के लिए इसे गिरवी रखा जा सकता है।

बहु-श्रेणी व्यापारियों, एक तकनीकी मंच और एक मजबूत वितरण नेटवर्क के साथ संचालित ईबिक्सकैश डिजिटल, भुगतान और निवेश समाधान प्रदान करता है, साथ ही ऑग्मोन्ट इंडिया के साथ कंपनी का सहयोग ‘फिजिकल नेटवर्क’ पर नवीनतम पेशकश है। इस प्रकार लोगों को अपनी भविष्य की आकांक्षाओं के लिए सोने की खरीद करने की सुविधा मिलती है। यह प्लेटफार्म उनके लिए बड़ा फायदेमंद है जो मौके पर खरीद करने के लिए बड़ी रकम नहीं बचा पाते, ऐसे में वे छोटा और नियमित भुगतान करके सोने की खरीद ग्राम में कर सकते हैं।

जब सोना खरीदने की बात आती है, तो विक्रेता पर भरोसा सबसे बड़ी बात है। अपने नजदीकी किराना स्टोर की वर्षो से बनी-बनाई प्रतिष्ठा आपको यह दिलासा देती है कि यहां आपके साथ धोखा नहीं होगा, साथ ही ईएमआई के माध्यम से सोना खरीदने से आसानी भी एक बड़ा पहलू है। मध्यम और निम्न वर्ग वाले भारत के लिए एबिक्सकैश की यह एक शानदार पहल है।

एक देश में, जहां एक कानूनी लाइसेंस अनिवार्य नहीं है, खुले बाजार में उपलब्ध सोने की प्रामाणिकता खतरे में रहती है। खुदरा सोने के बाजार में कुछ सबसे बड़े घोटाले 13,000 बीआईएस (भारतीय मानक ब्यूरो) लाइसेंस प्राप्त जौहरियों के साथ हुए हैं। हालांकि, ऑग्मोन्ट से खरीदे जाने वाले हॉलमार्क सोने के सिक्के की शुद्धता, मात्रा और प्रामाणिकता मजबूत है।

यह पहल देश में दूर-दराज तक रहने वाले लोगों के लिए सोने की खरीद को सहज बनाती है। यह मंच हर भारतीय को सशक्त बनाने की एक पहल है ताकि वह अपनी सुविधा और सामथ्र्य के साथ एक अधिक सुरक्षित भविष्य की दिशा में तेजी से बढ़ सकें।

पिछले कुछ सालों में महानगरों ने जो हासिल किया, उसे आम ग्रामीण भारत आने वाले दशक में पहुंचेगा। भारत की मांग ही क्रांति की कहानी लिखेगी!