उन्नाव: उन्नाव गैंगरेप पीड़िता ने जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उसे और उसके परिवार को होटल के एक कमरे में कैद कर दिया गया है. पीड़िता का आरोप है कि उसे पीने के लिए पानी तक मुहैया नहीं कराया जा रहा है. पीड़िता के चाचा का भी आरोप है कि परिवार को एक होटल में नजरबंद करके रखा गया है. परिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मिलने नहीं दिया जा रहा है.

उन्नाव रेप पीड़िता ने डीएम पर आरोप लगाते हुए कहा, “मैं मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ से अपील करती हूं कि मुझे इंसाफ दिलाया जाए. डीएम ने मुझे होटल के एक कमरे में बंद कर दिया है. मुझे यहां पीने के लिए पानी भी नहीं दिया जा रहा है. मैं बस इतना ही चाहती हूं की दोषियों को सजा मिले.”

दरअसल, बीजेपी विधायक के डर से पीड़िता परिवार गांव नहीं लौटना चाहता. जिसके बाद पूरे परिवार को उन्नाव के होटल में रखा गया है. डीएम रवि कुमार एनजी का कहना है कि परिवार की सुरक्षा को देखते हुए उन्हें सरकारी गेस्ट हाउस में रखा गया है. हालांकि पीड़िता और उसके चाचा का आरोप है कि उन्हें होटल के कमरे में नजरबन्द कर दिया गया है. पानी मांगने पर कहा जाता है बोतल लेकर भर लाओ. लेकिन पानी है ही नहीं.

पीड़िता का कहना है कि उसके पिता की तो हत्या कर दी गई. अब बचे हुए चाचा को भी ये लोग मार देंगे. उसका कहना है कि उसे आर्थिक मदद नहीं चाहिए. बस न्याय चाहिए.

गौरतलब है कि इस मामले में बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के भाई अतुल सिंह को पीड़िता के पिता की हत्या के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. हालांकि विधायक पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. वहीं मुख्यमंत्री के निर्देश पर जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी गई है. सीएम ने एसआईटी से आज शाम तक रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है.

इस बीच आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की पत्नी ने भी बुधवार को डीजीपी ओपी सिंह से मुलाक़ात कर पति के लिए इन्साफ की गुहार लगाई. उन्होंने कहा मैं यहां पर पति के लिए न्याय की गुहार लगाने आई हूं.