गोल्ड कोस्ट: आखिरी 8 सेकेंड भी हॉकी में कितने ज्यादा महत्वपूर्ण होते है, यह शनिवार को एक बार फिर से साबित हो गया, लेकिन ये आठ सेकेंड करोड़ों भारतीय हॉकीप्रेमियों को निराशा में डुबो गए. 21वें कॉमनवेल्थ खेलों में मैच खत्म होने में इन आखिरी आठ सेकेंड बाकी रहते चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान ने भारत से तय जीत छीनते हुए पुरुष हॉकी मुकाबले को 2-2 से ड्रॉ में तब्दील कर दिया. मैच के परिणाम से एक बार फिर से उस भारतीय हॉकी टीम के निर्णायक पलों में कमजोर पड़ जाने की एक बार फिर से पोेल खुल गई, जिसने मैच के पहले हॉफ में पूरी तरह अपना दबदबा कायम किया हुआ था.

भारत ने शुरुआत शानदार की और पहले क्वार्टर के 13वें मिनट में दिलप्रीत सिंह ने शानदार मैदानी गोल दागकर भारत को 1-0 की बढ़त दिला दी. पाकिस्तान इस हुए गोल से संभला भी नहीं था कि खेल के 19वें मिनट में हरमनप्रीत सिंह ने मिले पेनल्टी गोल को दोनों हाथों से भुनाते हुए इस गोल में तब्दील कर भारत को 2-0 से आगे कर दिया. भारत की यह बढ़त पहले हॉफ तक बरकरार रही और पाकिस्तान की टीम कई प्रयासों के बावजूद एक भी गोल नहीं हीं कर सकी.

बहरहाल, खेल के तीसरे क्वार्टर में पाकिस्तान ने हमले और तेज कर दिए. और भारतीय टीम की शारीरिक भाषा में आत्मसंतुष्टि का भाव दिखाई पड़ा. पाकिस्तान के अली हसन ने भारतीय सुरक्षा में सेंध लगाते हुए गोल कर पाकिस्तान को 2-1 से आगे कर दिया. इसके बाद दोनों टीमों के बीच बहुत ही जोरआजमाइश देखने को मिली, लेकिन किसी भी टीम को गोल करने में कोई कामयाब नहीं ही मिली. पर मैच खत्म होने से ठीक 8 सेकेंड पहले तक भारतीय टीम 2-1 से आगे थी, लेकिन इसी दौरान मानो किसी ने भारतीय टीम को श्राप दे दिया!

खेल के आोखिरी मिनट मतलब 59 मिनट और 53 सेकेंड मतलब मैच खत्म होने से 8 सेकेंड पहले पाकिस्तान को पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन मिले इस 7वें पेनल्टी कॉर्नर को पाकिस्तान के अली मुबाशर गोल में तब्दील नहीं कर सके. तुरंत ही पाकिस्तान को 8वां पेनल्टी कॉर्नर मिला. और इस बार अली मुबाशर नहीं ही चूके. और इस शॉट को गोलपोस्ट में डालकर उन्होंने भारत को मैच 2-2 से ड्रॉ झेलने पर मजबूर कर दिया. और यह एक ऐसी हार रही, जिससे उबर पाना भारतीय टीम के लिए बिल्कुल भी आसान होने नहीं जा रहा.