दो एजेंट समेत 50 लोग हिरासत में

भोपाल : अभी सीबीएसई के 12वीं और 10वीं कक्षा के पेपर लीक होने का मामला शांत भी नहीं हो पाया है कि एक और पेपर लीक होने का मामला सामने आया है. इस बार भारतीय खाद्य निगम यानी एफसीआई का पेपर लीक होने के समाचार मिले हैं. हालांकि मध्य प्रदेश एसटीएफ ने इस मामले में फौरन कार्रवाई करते हुए दो एजेंट समेत 50 लोगों को हिरासत में लिया है. इनसे पूछताछ की जा रही है. टास्क फोर्स ने इन लोगों के पास से प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिकाएं भी जब्त की हैं.

जानकारी के मुताबिक, मध्य प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स को एफसीआई में भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने की सूचना मिली थी. पुलिस ने जानकारी के आधार पर जाल बिछाकर पेपर लीक करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया. एफसीआई में कुछ रिक्त पदों को लिए भर्तियां निकली थीं. इन भर्तियां का पेपर लीक हो गया था.

एफसीआई ने 217 पोस्टों के लिए आवेदन मांगे थे. चौकीदार से लेकर अधिकारियों की पोस्टों पर एक लाख से अधिक लोगों ने आवेदन किया था. एग्जाम के लिए 132 केंद्र बनाए गए थे. एसटीएफ ने पेपर शुरू होने से 90 मिनट पहले सुबह 9.30 बजे इस गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए एफसीआई को इस बारे में सूचित किया था.

टास्क फोर्स ने एक गुप्त सूचना के आधार पर ग्वालियर के एक होटल से 2 एजेंट और 48 उम्मीदवारों को गिरफ्तार किया. इन लोगों ने पास पहले से ही हल किए हुए पेपर और उत्तर पुस्तिकाएं थीं. एसटीएफ ने बताया कि एफसीआई के विभिन्न पदों के एग्जाम में बिहार, हरियाणा, राजस्थान से बड़ी संख्या में उम्मीदवार भोपाल में इकट्ठा हुए थे.

एसटीएफ प्रमुख सुनील शिवहरे ने बताया कि पेपर लीक करने वाले दो एजेंट हरीश कुमार और आशुतोष कुमार को गिरफ्तार किया गया है. इन लोगों ने एक पोस्ट के लिए 5-5 लाख रुपये में सौदा तय किया था. यह रकम उम्मीदवार का चयन होने के बाद दी जानी थी. लिखित परीक्षा पास करने के बाद उम्मीदवार को शारीरिक परीक्षण से भी गुजरना होगा.

सुनील शिवहरे ने बताया कि अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि हल किए हुए पेपर अन्य केंद्रों पर परीक्षा दे रहे उम्मीदवारों के पास पहुंचा या नहीं. उन्होंने बताया कि अभी पूछताछ जारी है. जांच पूरी होने के बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचा जा सकेगा.