लखनऊ: बाल सुरक्षा के क्षेत्र में कार्यरत मानवीय संगठन वल्र्ड विज़न इंडिया ने 2021 तक बाल यौन शोषण का समाप्त करने के मकसद से अपना राष्ट्र व्यापी अभियान आज लखनऊ में शुरू किया। इस मौके पर’’एंडिंग चिल्ड्रन सैक्सुअल एब्यूज़ एंड एक्सप्लपाॅयटेशन इन इंडिया‘ विषय पर एक पैनल चर्चा का आयोजन किया गया और बाल सुरक्षा के विषयों पर चिंता जतायी गई तथा उनसे मिलकर निपटने की जरूरत पर भी ज़ोर दिया गया।

इस मोके पर बोलते हुए रीता बहुगुणा जोशी ने कहा,कि यह प्रत्येक नागरिक की जिम्मेवारी है कि वह बच्चों के लिए एक सुरक्षित माहोल बनाये।बाल योन शोषण को रोकने तथा बच्चों की रक्षा के लिए सरकार एवं सामाजिक संगठनो को मिलकर कार्य करने की आवश्यकता है।

भारत में बच्चों के खिलाफ यौन शोषण के मामलों की संख्या का ठीक-ठीक अंदाज़ा नहीं लगाया जा सकता। इस मुद्दे पर चर्चा करने तथा बाल शौषण के विषय पर छायी चुप्पी को दूर करने के इरादे से वल्र्ड विज़न इंडिया एक समग्र अभियान शुरू किया है जो 0 से 18 वर्ष की आयु वर्ग के 1 करोड़ बच्चों को प्रभावित करेगा। अभियान के बारे में माइखल प्रधान, हैड एडवोकेसी, वल्र्ड विज़न इंडिया ने कहा, ’’हमारा मानना है कि बच्चों के खिलाफ हिंसा बुनियादी मानवीय और बाल अधिकारों का उल्लंघन है। बच्चों का यौन शोषण उनके जीवन, स्वास्थ्य और शिक्षा के साथ खिलावाड़ का कारण बनता है। हम इस अभियान के माध्यम से बच्चों के लिए सुरक्षित वातावरण बनाने के लिए 200 जिलों और 7000 शहरी, अर्ध शहरी तथा ग्रामीण समुदायों तक पहुंच बनाना चाहते हैं। हम अपने बच्चों के लिए हिंसा मुक्त वातावरण सुनिश्चित करने के मकसद से विभिन्न क्षेत्रों के लोगों के साथ तालमेल बनाने को उत्सुक हैं।‘‘

यह अभियान आम जनता को मूल्यों एवं दृष्टि कोणों के प्रति सोच-विचार करने, यौन शोषण एवं बाल शोषण की भत्र्सना के लिए प्रोत्साहित करेगा। वल्र्ड विज़न इंडिया अभिभावकों को बाल सुरक्षा, पेरेंटिंग और घरों में तथा समुदायों के स्तर पर उनकी देखभाल के लिए प्रशिक्षित करेगा, स्कूलों में सुरक्षा कार्यक्रमों के आयोजन को बढ़ावा देगा और बाल सुरक्षा नीतियां स्थापित करने के साथ-साथ स्कूलों में शिकायत प्रणाली में भी सुधार करेगा। आंगनवाड़ी केंद्रों में किशोरियों के लिए यौन शोषण जागरूकता सत्रों का आयोजन किया जाएगा।