नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने यूपी उपचुनाव में भाजपा की हार के बाद लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया है. चंडीगढ़ में आयोजित रैली में उन्होंने कहा कि कि उपचुनाव में हार के बाद भाजपा समय से पहले ही लोकसभा चुनाव करा सकती है. इसके अलावा उन्होंने समाजवादी पार्टी से अपने गठबंधन को लेकर कहा कि वह चाहती थीं कि इस उपचुनाव में भाजपा को सबक सिखाया जाए, इसी वजह से उन्होंने सपा से गठबंधन किया. रैली को संबोधित करते हुए मायावती ने केन्द्र की नरेंद्र मोदी सरकार को‘तानाशाह’ करार दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र की सरकार ने 1975 में लगाए गए आपातकाल को भी पीछे छोड़ दिया. उन्होंने सरकार पर लोकतंत्र को कमजोर करने और संवैधानिक संगठनों और मीडिया को प्रभावहीन बनाने का भी आरोप लगाया है.

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में, हम भाजपा को सबक सिखाना चाहते थे और हमने सपा उम्मीदवारों को समर्थन देने का फैसला किया ताकि भाजपा मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री द्वारा खाली सीटें हारे. हमारी यह रणनीति काम आई और गोरखपुर और फूलपुर सीटों पर सपा ने भाजपा को करारी शिकस्त दी. गौरतलब है कि ये सीटें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के विधान परिषद की सदस्यता लेने के बाद खाली हुई थीं.

मायावती ने कहा कि भाजपा सात आठ राज्यों के विधानसभा चुनावों के साथ लोकसभा चुनाव करा सकती है. उन्होंने कहा कि भाजपा को पता कि अब वह जितनी देर करेंके उन्हें उतना ही ज्यादा नुकसान होगा. ईवीएम छेड़छाड़ के आरोपों को लेकर भी मायावती ने अपनी बात रखी. बसपा प्रमुख ने कहा कि आगामी चुनावों में केवल मतपत्रों का प्रयोग होना चाहिए. लोगों से भाजपा जैसे दलों को सत्ता में फिर से नहीं आने देने का अनुरोध करते हुए मायावती ने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार के प्रदर्शन से ज्यादातर लोग निराश हैं .