लखनऊ: गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव को लेकर सपा और बसपा के करीब आने की खबरों के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने इस पर चुटकी लेते हुए रहीम के एक दोहे के जरिये तीखा तंज कसा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने कहा कि ‘कह रहीम कैसे निभे, केर-बेर को संग।’ मुख्यमंत्री ने लोकसभा उपचुनावों में सपा और बसपा के गठबंधन की चर्चाओं पर सपा की ओर इशारा करते हुए कहा कि स्टेट गेस्ट हाउस कांड में कौन लोग थे और लखनऊ में बने महापुरुषों को स्मारकों को ध्वस्त करने की चेतावनी कौन दे रहा था, यह सब लोग जानते हैं।

रविवार को यहां मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी पर भी कटाक्ष किया और कहा कि वे कांग्रेस के लिए कितने उपयोगी हैं कि जब उपाध्यक्ष थे तो कांग्रेस 10 राज्यों में चुनाव हारी थी और उनके अध्यक्ष बनने के बाद कांग्रेस 5 और राज्यों में चुनाव हार चुकी है। मुख्यमंत्री भाजपा मुख्यालय पर त्रिपुरा नगालैण्ड और मेघालय में भाजपा की जीत पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में बोल रहे थे।

उन्होंने सरकार के एक साल के कार्यकाल में कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों में निराशा की बात से इनकार करते हुए कहा कि भाजपा का कार्यकर्ता खरा सोना है। वह सपा-बसपा के कार्यकर्ताओं की तरह थानों की दलाली और ठेकेदारी नहीं करता है। वह बिना किसी अपेक्षा के पार्टी के लिए काम करता है। दूसरे राज्यों के विधानसभा सीट के उपचुनावों में भाजपा की हार के बाबत मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में हमारी पार्टी ने सिकंदरा उपचुनाव जीता और हम गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीट के उपचुनाव भी भारी बहुमत से जीतेंगे।

अयोध्या मसले के हल में सक्रिय श्री श्री रविशंकर से अपनी मुलाकात के बारे में योगी आदित्य नाथ ने कहा कि उनके रविशंकर जी से पुराने ताल्लुकात हैं। उनकी उनसे औपचारिक मुलाकात थी। इसमें कोई पॉलीटिकल एंगिल नहीं खोजना चाहिए।

विभिन्न राज्यों के चुनावों के प्रचार में पीएम के बाद उनकी डिमान्ड पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी पार्टी टीम भावना के साथ काम करती है। पार्टी में सभी कार्यकर्ता हैं। एक राज्य के कार्यकर्ता की सहायता करने के लिए पार्टी के निर्देश पर दूसरे राज्यों के कार्यकर्ताओं लगाया जाता है। पार्टी ने मुझ जैसे कार्यकर्ता को देश के सबसे बड़े राज्य यूपी का दायित्व दिया है।