लखनऊ: बात जब जीवन रक्षा की होती है तो रक्तदान के महत्व को कोई भी नकार नहीं पाता। एक व्यक्ति द्वारा दान किया गया रक्त पांच जिंदगियों को बचा सकता है। इसी लिए रक्तदान को महादान की संज्ञा भी दी गई है।

रक्तदान के इसी महत्व को ध्यान में रखते हुए विद्यार्थियों में जागरूकता हेतु एमिटी इंस्टीट्यूट आॅफ फार्मेसी, एमिटी विश्वविद्यालय लखनऊ परिसर द्वारा आज विश्वविद्यालय परिसर में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर ब्लड ट्रांसफ्यूजन विभाग, एसजीपीजीआई, लखनऊ के सहयोग से आयोजित हुआ जिसमें एक सैकड़ा से ज्यादा की संख्या में एमिटी विश्वविद्यालय लखनऊ परिसर के कर्मचारी, प्रवक्ताण एवं विद्यार्थियों ने रकतदान किया।

रक्तदान शिविर का शुभारम्भ सेवानिवृत्त मेजर जनरल केके ओहरी (एवीएसएम), प्रति कुलपति एमिटी विश्वविद्यालय लखनऊ परिसर ने किया। इस अवसर पर डा. सुनीला धनेश्वर, निदेशिका एमिटी इंस्टीट्यूट आॅफ फार्मेसी ने सभी रक्तदाताओं को इस पुनीत कार्य में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया।
रक्तदान के महत्व को रेखांकित करते हुए करते हुए डा. सुनीला धनेश्वर ने कहा कि, रक्तदान से बडा आज के दौर में कोई दान नहीं इससे न केवल कई जीवन सुरक्षित होते हैं बल्कि रक्तदान करने वाले का भी शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य सबल होता है। उन्होंने युवावर्ग को समाज में जरुरतमंदो की सहायता के लिए आगे आने के लिए कहा।

रक्तदान शिविर में एमिटी विश्वविद्यालय लखनऊ परिसर के विद्यार्थियों के साथ विभिन्न विभागों के प्रवक्तागणों और कर्मचारियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया और रक्तदान किया।