नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश ने 31 जनवरी से नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में होने वाले पहले खेलो इंडिया स्कूल गेम्स (केआईएसजी) के लिए चुने गए अपने 246 एथलीटों को प्रशिक्षण देने का फैसला किया है।

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉक्टर अवध नरेश शर्मा ने कहा कि इन खेलों से पहले 13 खेलों से लिए चुने गए खिलाड़ियों को बकायदे शिविर लगाकर प्रशिक्षण दिया जाएगा क्योंकि उत्तर प्रदेश सरकार इन खेलों में प्रदेश के एथलीटों की सफलता को सुनिश्चित करना चाहती है।

प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत हॉकी टीमें (महिला एवं पुरुष) तथा तैराकी टीम का शिविर लखनऊ में लगाया जाएगा जबकि वॉलीबॉल (लड़के और लड़कियां) तथा कबड्Þी (लड़के) टीमों के साथ-साथ बैडमिंटन खिलाड़ियों का प्रशिक्षण फैजाबाद में होगा।

इसी तरह जूडो टीम सहारनपुर तथा जिमनास्टिक टीम आगरा में प्रशिक्षण प्राप्त करेगी। इसके अलावा कुश्ती, एथलेटिक्स, मुक्केबाजी, भारोत्तोलन, निशानेबाजी और तीरंदाजी टीमें मेरठ में लगने वाले कैम्प में प्रशिक्षण प्राप्त करेंगी।

उत्तर प्रदेश की एथलेटिक्स टीम में कई बेहतरीन खिलाड़ी शामिल हैं। इनमें नेशनल जूनियर 800 मीटर चैम्पियन वासीम तोमर (डॉक्टर अम्बेडकर पब्लिक जूनियर हाई स्कूल, सहारनपुर), 14 साल के नेशनल जूनियर हाई जम्प चैम्पियन ख्याति माथुर (मार्डन पब्लिक स्कूल, मेरठ), शॉट पुटर अंशिका पाल, फर्राटा धावक राहुल शर्मा और मध्यम दूरी के धावक उत्तम यादव शामिल हैं। इन सबको पदक का प्रबल दावेदार माना जा रहा है।

उत्तर प्रदेश की बास्केटबॉल, फुटबाल और खो-खो टीमें इन खेलों के लिए क्वालीफाई नहीं कर सकी हैं। यही कारण है कि प्रदेश सरकार चाहती है कि जिन 13 खेलोें में प्रदेश के खिलाड़ी चयनित हुए हैं, उनमें प्रदेश के खिलाड़ी बेहतरीन प्रदर्शन करें।

पहले खेलो इंडिया स्कूल गेम्स में हिस्सा लेने वाली उत्तर प्रदेश प्रतिनिधिमंडल में एथलेटिक्स के 77, हॉकी के 36, कुश्ती के 29, वॉलीबॉल के 24, जूडो को 17, निशानेबाजी के 16, कबड्डी के 12, भारोत्तोलन के 12, बैडमिंटन के आठ, जिमनास्टिक के सात, तैराकी के सात और तीरंजादी का एक खिलाड़ी शामिल है।

उत्तर प्रदेश शिक्षा विभाग के निदेशक जीतेंद्र कुमार मलिक और रत्न मुनि जैन इंटर कॉलेज के प्रधानाध्यापक अनिल वशिष्ठ को इन खेलों के लिए कमश: चेफ दे मिशन और डिप्यूटी चेफ दे मिशन चुना गया है।