लखनऊः उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज रंगभारती एवं उत्तर प्रदेश नागरिक परिषद के तत्वावधान में आयोजित उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस कार्यक्रम का उद्घाटन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एस0पी0 सिंह ने की तथा इस अवसर पर न्यायमूर्ति एस0सी0 वर्मा, अर्थशास्त्री श्री बृजभूषण जिंदल, रंगभारती के अध्यक्ष श्री श्याम कुमार सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। राज्यपाल ने समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान करने वाली उत्तर प्रदेश की विभूतियों को संस्था की ओर से अंग वस्त्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया।

राज्यपाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस मनाने के निर्णय से भावनात्मक समाधान मिला है। जीवन में चार ऐसी घटनायें हैं जिनसे उन्हें बहुत समाधान है। उन्होंने कहा कि संसद में राष्ट्रगान व राष्ट्रगीत गाया जाना, बम्बई और बाम्बे को परिवर्तित करके असली नाम मुंबई दिलाना, सांसद निधि की शुरूआत कराना तथा बाबा साहब आंबेडकर का सही नाम लिखे जाने पर उन्हें बहुत संतोष है। 2014 में मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव को पत्र लिखा, कई बार चर्चा हुई पर मुख्यमंत्री ने उनकी सलाह का उपयोग नहीं किया। नई सरकार आने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा। 1 मई को मुख्यमंत्री ने राजभवन में आयोजित महाराष्ट्र दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस मनाये जाने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि 68 वर्ष के बाद सरकार उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस को पहचान दे रही है, वास्तव में यह ऐतिहासिक दिवस होगा।

श्री नाईक ने रंगभारती के अध्यक्ष श्याम कुमार की सराहना करते हुये कहा कि रंगभारती संस्था गत 32 वर्षों से उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस का आयोजन कर रही है। इसी प्रकार मुंबई में श्री अमरजीत मिश्र अभियान संस्था के माध्यम से 30 वर्षों से उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह सुखद संयोग है कि 23 जनवरी को सुभाष चन्द्र बोस की जयंती मनायी जाती है, 24 जनवरी को उत्तर प्रदेश सरकार उत्तर प्रदेश का स्थापना दिवस मनायेगी, 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस का आयोजन होगा तथा 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पूरे हर्षोल्लास से मनाया जायेगा। उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस का उद्घाटन उप राष्ट्रपति श्री वेंकैया नायडु करेंगे जिसमें राज्य सरकार रूपये 25 हजार करोड़ की चालीस परियोजनाओं का शुभारम्भ करेगी। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि ‘एक जिला एक उत्पाद’ परियोजना का लाभ उत्तर प्रदेश के सभी जिलों को मिलेगा।

राज्यपाल ने इस अवसर पर सुमन रावत (समाज सेवा), शोभित मिश्रा (पत्रकारिता), यतेन्द्र चतुर्वेदी (कला), विजय वास्तव (रंगमंच), श्याम वर्मा (चित्रकारी), पद्मा गिडवानी (सुगम संगीत), शमीना शफीक (महिला सशक्तीकरण), डाॅ0 राजीव लोचन (चिकित्सा), प्रो0 विनय पाठक (शिक्षा), डाॅ0 कुमकुम धर (नृत्यकला), प्रो0 अर्कनाथ चैधरी (संस्कृत भाषा), लक्ष्मण प्रसाद (पुलिस सेवा), योगेन्द्र नारायण (प्रशासनिक सेवा), न्यायमूर्ति आलोक सिंह (विधि), ओम प्रकाश (समाज सेवा) को सम्मानित किया। समारोह में डाॅ0 के0पी0 अग्रवाल को रंगभारती के सर्वोच्च शिखर सम्मान ‘भारती तिलक’ से सम्मानित किया गया।