लखनऊ: प्रदेश के नए पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने मंगलवार को पदभार ग्रहण कर लिया। अपनी तैनाती की घोषणा के 23वें दिन वह लखनऊ पहुंचे और सीधे हनुमान सेतु मंदिर में दर्शन करने गए। वहां से डीजीपी मुख्यालय पहुंचे और दोपहर करीब एक बजे पदभार ग्रहण किया। ओपी सिंह 1983 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और अभी तक केंद्र सरकार में सीआईएसएफ(केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) में डीजी के पद पर तैनात थे।

प्रदेश सरकार ने सुलखान सिंह के रिटायर होने के बाद उन्हें डीजीपी बनाने की घोषणा की थी और केंद्र सरकार को उन्हें रिलीव करने के लिए पत्र भेजा था। सोमवार को वह सीआईएसएफ से रिलीव हुए और मंगलवार को लखनऊ पहुंच कर पदभार ग्रहण किया।

इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने उन्हें, एडीजी कानून-व्यवस्था आनंद कुमार, लखनऊ के आईजी जयनारायण सिंह और लखनऊ के एसएसपी को तलब कर प्रदेश की आपराधिक घटनाओं की समीक्षा की। खासतौर पर मुख्यमंत्री ने लखनऊ में बीते कुछ दिनों से हो रही डकैती व लूटपाट की घटनाओं पर गहरा असंतोष जताया। साथ ही निर्देश दिए कि घटनाओं का जल्द खुलासा हो और अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए भी एहतियाती कदम उठाए जाएं।

पदभार ग्रहण करने के बाद डीजीपी ओपी सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उनका प्रयास होगा कि देश के सबसे बड़े राज्य और उसके पुलिस बल के साथ चुनौतियों का सामना किया जाए। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि प्रदेश में एनकाउंटर का सिलसिला थमेगा नहीं। पुलिस पर अपराधी अगर गोली चलाएंगे तो पुलिस को आत्मरक्षा में गोली चलानी ही होगी। एनकाउंटर प्रदेश में जारी रहेंगे। एनकाउंटर में कई पुलिस कर्मी घायल भी हुए हैं। हमारा मकसद अपराधी को पकड़ना है। अगर वह हमला करेंगे तो पुलिस भी आत्मरक्षा करेगी ही।

ओपी सिंह ने कहा कि उनका मानना है कि समय बदल गया है और प्रदेश में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू होना चाहिए। इस संबंध में शासन में प्रस्ताव लंबित है और इस पर शासन के अधिकारियों से मंथन किया जाएगा कि क्या और कैसे किया जाए। उन्होंने जिलों में डीएम द्वारा अपराध समीक्षा की बैठक करने के सवाल पर कहा कि इस संबंध में वह अध्ययन कर फैसला करेंगे कि क्या होना चाहिए।

डीजीपी ने कहा कि फिल्म पद्मावत के संबंध में सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का सख्ती से पालन कराया जाएगा। फिल्म को लेकर हो रही हिंसा को कैसे रोकेंगे? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि हिंसा करने वालों पर सही समय पर सही कार्रवाई की जाएगी। किसी को भी कानून-व्यवस्था को ध्वस्त करने की कतई इजाजत नहीं होगी।

उन्होंने कहा कि पुलिस तफ्तीश की गुणवत्ता बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा। कोशिश की जाएगी कि तफ्तीश सही ढंग से हो और दोषियों को कड़ी सजा हो सके। इस बारे में वह जल्द ही संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर उचित फैसले लेंगे। उन्होंने कहा कि उन्हें गर्व है कि वह इतने बड़े पुलिस बल के मुखिया बनाए गए हैं। यूपी पुलिस के पास सक्षम पुलिस अधिकारियों की पूरी टीम मौजूद है। उनके साथ मिलकर प्रदेशवासियों को भयमुक्त समाज और फ्रेंडली व प्रोफेशनल पुलिस का अहसास कराया जाएगा। महिलाओं, गरीबों व कमजोर तबके की सुरक्षा करना हमारा ध्येय होगा। कोशिश होगी की पूरे प्रदेश को सुरक्षा की भावना से ओतप्रोत किया जाए।