हैंडसम एक्टर मनीष गोपलानी टेलीविजन पर लौट आए हैं। इस बार वे ज़ी टीवी के क्राइम शो ‘डिटेक्टिव दीदी’ में एक खुशमिजाज पुलिसकर्मी भीम सिंह भुल्लर के रोल में नजर आ रहे हैं। मनीष इस चुनौतीपूर्ण रोल को पूरी शिद्दत से निभाने के लिए खूब मेहनत कर रहे हैं। इस मौके पर उन्होंने इस शो से जुड़े अपने कुछ खास अनुभव बताए।
सच कहूं तो मैंने कभी इस क्षेत्र में आने की योजना नहीं बनाई। मैं तो बस किस्मत से इसमें आ गया। मैंने थिएटर से शुरू किया और धीरे-धीरे एक्टिंग में मेरी दिलचस्पी जागी। मैंने कुछ आॅडिशन दिए और फिर मुझे एक फिक्शन शो के लिए प्रोडक्शन हाउस से कॉल आ गया। किस्मत से इस शो को भी सफलता मिली और मेरे काम की तारीफ हुई। तो मैंने कोई साथ खास संघर्ष नहीं किया। इसके लिए मैं सिर्फ अपनी किस्मत का शुक्रगुजार हूं।
थिएटर मेरे लिए एक संस्थान की तरह है। आज मैं एक्टिंग के बारे में जो भी जानता हूं, वह सिर्फ थिएटर की वजह से है। मेनस्ट्रीम टेलीविजन में आने से पहले मैंने 4 वर्षों तक थिएटर किया। थिएटर की खूबी यह है कि इसमें आप रीटेक नहीं दे सकते हैं। आप जो भी कहते हैं या करते हैं, वह सबकुछ रियल टाइम में होता है। इससे थिएटर में एक्टिंग चुनौतीपूर्ण हो जाती है, साथ ही इससे बहुत कुछ सीखने को भी मिलता है। मैंने कुछ कहानियां लिखी हैं लेकिन इन पर अब भी काम चल रहा है।
डिटेक्टिव दीदी, जोश से भरी बंटी शर्मा की कहानी है जो अपने शहर को अपराध से बचाना चाहती है। वह और दिल्ली क्राइम ब्रांच के स्पेशल एजेंट भीम सिंह भुल्लर का मेरा किरदार अपराध पर धावा बोलने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। इस शो की सबसे बड़ी खूबी यह है कि यह बंटी की कहानी के जरिये आम धारणाओं को तोड़ता है और लोगों को प्रेरणा देता है। बंटी मर्दों के वर्चस्व वाले क्षेत्र में करियर चुनती है और अपने परिवार और काम की जिम्मेदारी बखूबी निभाती है।
मैं इस शो में भीम सिंह भुल्लर का किरदार निभा रहा हूं जो दिल्ली क्राइम ब्रांच का एक खुशमिजाज पुलिसवाला है। वह नियमों में रहकर हर मामले की छानबीन करता है। वह एक मस्तमौला हरियाणवी लड़का है लेकिन काम के मामले में बेहद होशियार है। औरतों के बीच काम करना या उनका मर्दों पर हावी होना उसे पसंद नहीं है। इसके चलते बंटी की उसकी खूब नोंक-झोंक होती है। वे दोनों एक दूसरे से बिल्कुल अलग हैं लेकिन जब दोनों एक साथ काम करते हैं तो बड़ी आसानी से केस सुलझा लेते हैं।
जब मैं छोटा था तो हमेशा आर्मी में भर्ती होना चाहता था। अपने देश की सेवा करना मेरा सपना था लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो सका। ऐसे में जब मुझे डिटेक्टिव दीदी के लिए भीम सिंह भुल्लर का रोल आॅफर किया गया तो मुझे लगा कि इसे करके मैं अपने बचपन के सपने में लौट जाऊंगा और आर्मी न सही मुझे पुलिसवाले का रोल करने का मौका तो मिल रहा है। इस शो को रियल लोकेशन्स पर शूट किया गया है और इसमें बहुत-सा एक्शन है। मुझे खुशी है कि अपने करियर में मुझे इतना दिलचस्प किरदार निभाने का मौका मिला।
जी हां, पुलिस वालों से मेरा आमना-सामना कई बार हुआ है (हंसते हैं)। मैं यही सलाह दूंगा कि कभी कोई नियम न तोड़ें, लेकिन एक बार मैं बिना हेल्मेट के बाइक चलाते हुए पकड़ा गया था।
डिटेक्टिव दीदी एक ताजा हवा के झोंके की तरह है क्योंकि इसमें सिर्फ एक्शन और पुलिस के अलावा बहुत-सी भावनाएं और असल जिंदगी की स्थितियां हैं। इसमें एक्शन, ड्रामा, ह्यूमर और ढेर सारा मनोरंजन है। बंटी और भीम के कारनामे दर्शकों को टीवी स्क्रीन से बांधे रखेंगे। दरअसल बंटी का उत्साह और दृढ़ निश्चय उन महिलाओं में उम्मीद जगाएगा जो एक नई शुरुआत करके अपनी छिपी प्रतिभा को संवारना चाहती हैं। दर्शकों को बंटी और भीम के बीच की प्रतिस्पर्धा में भी मजा आएगा।
व्यक्तिगत तौर पर मैं अपने देश से अपराध को खत्म करना चाहता हूं, खास तौर से बच्चों और महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध। हम अपने शो डिटेक्टिव दीदी के जरिये यही संदेश दे रहे हैं।
दिल्ली में शूटिंग करना हमारे लिए एक दिलचस्प चुनौती रही। सर्दियों के चलते वहां का मौसम बहुत ठंडा और कोहरे से भरा है। ऐसे में आउटडोर शूटिंग करना बहुत मुश्किल होता है। अक्सर शूटिंग देखने वाले लोगों की भीड़ जमा हो जाती है, जिससे ट्राफिक जाम हो जाता है। लेकिन इसके बावजूद हमें बहुत मजा आता है। गलियों में अपराधियों के पीछे भागने वाले दृश्य करते हुए हमारे अंदर नया जोश जागता है।
हर टीवी शो की तरह हमारा उद्देश्य भी दर्शकों का मनोरंजन करना है। हमने इस शो में रहस्य-रोमांच के साथ-साथ रिश्तों और भावनाओं को भी पिरोया है ताकि हम दर्शकों को एक दिलचस्प और मनोरंजक शो दे सकें। मनोरंजन के अलावा डिटेक्टिव दीदी एक मजबूत संदेश भी देता है। यह देश भर की लड़कियों को यह प्रेरणा दे रहा है कि वे सामाजिक धारणाओं को तोड़कर आगे आएं और अपने असाधारण करियर के सपनों को पूरा करें।
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