मुंबई: गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजों को लेकर बीजेपी के सहयोगी शिवसेना ने ही उस पर प्रहार किया है. शिवसेना ने कहा कि ये नतीजे बताते हैं कि गुजरात मॉडल हिल चुका है.

शिवसेना ने अपने मुख्यपत्र सामना में लिखा है कि गुजरात में वोट जुटाने के लिए बीजेपी का भावनात्मक मुद्दों और हिन्दू-मुस्लिम विवाद को भुनाना निंदनीय है. इसमें साथ ही लिखा है, 'बीजेपी के किसी भी नेता ने 22 सालों में हासिल किए 'विकास' के बारे में बात नहीं की.'

गुजरात चुनाव के नतीजों को शिवसेना ने बीजेपी के लिए खतरे की घंटी बताते हुए लिखा है, 'गुजरात मॉडल की हवा निकल गई. बीजेपी के लिए हमारी यही प्रार्थना है कि 2019 के चुनावों में यह ढह ना जाए.'

शिवसेना ने इससे पहले सोमवार को आए चुनाव नतीजों के बाद कहा था कि राहुल गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस चुनाव में 'असली विजेता' के तौर पर सामने आई है.

शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि सत्ता में आना कोई 'बड़ी बात' नहीं है. कांग्रेस चुनाव बेशक हार गई है, लेकिन उसने भाजपा को 'हरा' दिया. राउत ने कहा, 'आपने देखा कि बीजेपी सत्ता में आ रही है, लेकिन असली विजेता कांग्रेस पार्टी है. वे बेशक हार गए हैं, लेकिन उन्होंने बीजेपी को हरा दिया है.'

संजय राउत ने कहा, 'बीजेपी को देश में सत्ता की राह पर लाने वाला मॉडल फेल हो गया है. इसका कारण यह है कि आपने (बीजेपी ने) राज्य और देश को जो सपने दिखाए उनमें से कोई भी पूरा नहीं हुआ.'

राज्यसभा सदस्य ने दावा किया कि चाहे वह सुरक्षा का मामला हो या कश्मीर, पाकिस्तान, नोटबंदी, बेरोजगारी अथवा किसान आत्महत्या का मुद्दा, नरेंद्र मोदी की सरकार ने किसी भी मुद्दे पर सफलता नहीं पाई है.

राउत की यह टिप्पणी शिवसेना द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की तारीफ करने के बाद आई है. शिवसेना ने राहुल की तारीफ करते हुए कहा है कि वह नतीजे की परवाह किए बगैर गुजरात में चुनावी जंग लड़ रहे थे और यही आत्मविश्वास राहुल को आगे ले जाएगा.

बता दें कि गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी ने 99 सीटों के साथ बहुमत हासिल किया, तो वहीं कांग्रेस को 80 सीटें मिली हैं. इससे पहले साल 2012 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 115 और कांग्रेस को 61 सीटें मिली थीं. राज्य के 22 वर्षों के इतिहास में बीजेपी का यह सबसे कमजोर प्रदर्शन रहा.