लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बसपा सरकार द्वारा चीनी मिलों को बेचने के मामले में हुए घोटाले की जांच आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) करेगी. मामले में लखनऊ पुलिस ने ईओडब्ल्यू से जांच कराने की सिफारिश की है.
मायावती शासनकाल में प्रदेश की 10 चालू और 11 बंद चीनी मिलों को बेच दिया गया था. आरोप है कि इसमें कागज में चल रही कंपनियों को फर्जीवाड़े से बेचा गया.
इस संबंध में चीनी निगम के प्रधान प्रबंधक एसके मेहरा ने एफआईआर दर्ज कराई. ये एफआईआर गोमतीनगर थाने में 10 नवंबर को दर्ज कराई थी.
बता दें कि सत्ता में आने के फौरन बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मायावती सरकार में चीनी मिल बेचने में हुए घोटाले की जांच के आदेश दिए थे.
इस दौरान उन्होंने ये भी कहा था कि जरूरत पड़ी तो 2010-11 में हुए 1100 करोड़ रुपये के इस घोटाले की सीबीआई जांच भी कराई जा सकती है. सीएम ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को सरकारी संपत्तियां को औने-पौने दामों पर बेचने का कोई हक नहीं है.
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