नई दिल्ली: सेंट्रल बोर्ड अॉफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सीबीएफसी) से पहले मीडिया को फिल्म पद्मावती दिखाए जाने पर बोर्ड के चेयरमैन प्रसून जोशी ने नाराजगी जताई है। जोशी ने कहा कि बोर्ड को फिल्म दिखाए जाने या सर्टिफिकेशन पाए बिना मीडिया के लिए स्क्रीनिंग रखना या नेशनल चैनल्स पर उसका रिव्यू देना निराशानजक है। यह सिस्टम और संतुलन की भूमिका से समझौता करता है जो एक कार्यशील उद्योग का हिस्सा हैं। जोशी ने कहा, ‘यह अपनी सुविधा के लिए लापरवाही से बोर्ड पर दबाव बनाने के लिए किया गया काम है। यह नियम कायदों की धज्जियां उड़ाने जैसा हैं जो अवसरवादिता की मिसाल है।’ जोशी ने कहा कि रिव्यू के लिए पद्मावती की एप्लिकेशन इसी हफ्ते आई है। निर्माताओं ने माना कि पेपरवर्क काम काम अभी पूरा नहीं हुआ है। फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों को लेकर जो डिस्क्लेमर वाला कॉलम था वो भी खाली था। बोर्ड ने उन्हें जरूरी दस्तावेज जमा कराने को कहा था, लेकिन फिल्म पहले ही दिखा दी गई जिससे वो हैरान हैं।