(सत्य प्रकाश)
लखनऊ| शुक्रवार राजधानी के केजीएमयू के मर्च्युरी में विचित्र नजारा देखने को मिला जहां पोस्मार्टम के लिए थानाक्षेत्र मोहनलालगंज से आये शव को पोस्मार्टम के बाद संबंधित थाने के सिपाही को सौंप दिया गया परन्तु पोस्टमार्टम की रिपोर्ट डाक्टर अपने साथ ही लेकर चले गये | मामले की शिकायत मिलने पर सीएमओ मर्च्युरी पहुंचे तो शव की पोस्मार्टम रिपोर्ट गायब मिली जबकि मच्र्युरी में शव पुलिस के हवाले करने के बाद भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट (पीएम) संबंधित थाने व मच्र्यरी के रिकार्ड में नहीं दी गई। मामले की सूचना मिलने पर मुख्यचिकित्सा अधिकारी मच्र्युरी का निरीक्षण मामले की पड़ताल की। तो पता चला कि डॉॅक्टर व फार्मासिस्ट नियमों को ताक पर रखकर शव का बिसरा अपने साथ ले गए हैं।
मौके पर पहुंचे मुख्य चिकित्साधिकारी डा.जीएस बाजपेई ने गुरूवार को किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय स्थित मच्र्युरी पोस्ट मार्टम हाउस का औचक निरीक्षण भी कर लिया इस दौरान पोस्टमार्टम हाउस में चारों ओर गंदगी व अव्यवस्थाओं को अंबार लगा मिला जिसके चलते कर्मचारियों को जमकर फटकार लगाईं सीएमओ ने पोस्टमार्टम हाउस में उपलब्ध अभिलेख को देखा जिसमें उल्लेख था कि क्रमांक नम्बर एक पर पोस्ट मार्टम नम्बर 4435 अंकित है, जो कि मृतक दुर्गेश कुमार सिंह पुत्र अंबर सिंह निवासी पश्चिम थाना मोहनलालगंज से संबंधित है। लेकिन मौके पर विच्छेदित शव और पोस्टमार्टम रिपोर्ट उपलब्ध नहीं थी।
ड्यूटी पर तैनात फार्मासिस्ट अनिल सिंह ने बताया कि मृतक दुर्गेश कुमार सिंह का शव संबंधित थाना के पुलिसकर्मी को उपलब्ध करा दिया गया है जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट संबंधित चिकित्सक अपने साथ ले गये हैं। जबकि नियमानुसार विच्छेदित शव एवं पोस्ट मार्टम रिपोर्ट की मूल प्रति संबंधित थाने के पुलिसकर्मी को एवं कार्बन कापी सीएमओ को उपलब्ध कराये जाने का प्राविधान है। सीएमओ ने इसे राजकीय कार्य में लापरवाही बताया है।
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