लखनऊ: माइक्रोसाफ्ट के संस्थापक और बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन के चेयरमैन बिल गेट्स ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में मुलाकात की। यह मुलाकात मुख्यमंत्री के एनेक्सी सचिवालय में हुई। यूपी सरकार और मिलिंडा एंड बिल गेट्स फाउंडेशन के बीच वर्ष 2012 में सहयोग को लेकर एक समझौता हुआ था। इस समझौते की अवधि इसी साल समाप्त हो रही है।

योगी से करीब 45 मिनट चली उनकी मुलाकात में गेट्स ने मुख्यमंत्री से राज्य में निवेश की इच्छा जताई। साथ में कहा कि वह जनहित के अन्य कार्यों में भी हाथ बटांना चाहते हैं। स्वास्थ्य,शिक्षा, स्वच्छता अभियान, कुपोषण और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में खासतौर से मदद करने की इच्छा जतायी।

इस अवसर पर बिल गेट्स ने बताया कि उनकी संस्था वेक्टर जनित एवं जल जनित रोगों के नियंत्रण, पेयजल आपूर्ति, सैनिटेशन, मातृ एवं शिशु पोषण तथा कृषि उत्पादकता में वृद्धि करने वाली तकनीकों के क्षेत्र में राज्य सरकार को सहयोग देना चाहेगी। बिल एण्ड मिलिण्डा गेट्स फाउण्डेशन द्वारा पूर्व में जे0ई0 वैक्सीन के क्षेत्र में चीन में सहयोग प्रदान किया गया था। उन्होंने सैनिटेशन/अपशिष्ट प्रबन्धन की नवीनतम तकनीकों के क्षेत्र में भी सहयोग की पेशकश की।

श्री गेट्स ने यह भी कहा कि बी0आर0डी0 मेडिकल काॅलेज में जे0ई0 एवं ए0ई0एस0 माॅनीटरिंग सेण्टर की स्थापना में भी सहयोग देने के लिए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद से वार्ता हुई है। डायरिया और खसरा रोगों के नियंत्रण तथा टीकाकरण के क्षेत्र में भी उनका फाउण्डेशन राज्य सरकार के साथ काम करने का इच्छुक है। काला अजार की रोकथाम के लिए बिहार राज्य से सटे जनपदों में सहयोग दिया जा सकता है। श्री गेट्स ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को तकनीक से जोड़कर मोबाइल आधारित पोषण व्यवस्था का प्रस्ताव भी रखा। फाइलेरिया/हाथी पांव रोग के उपचार सम्बन्धी विचार-विमर्श में उन्होंने बताया कि थ्री-ड्रग थेरेपी के माध्यम से 03 वर्ष में लिम्फैटिक फाइलैरियासिस का उपचार किया जा सकता है।

मुख्यमंत्री से विचार-विमर्श के दौरान श्री गेट्स ने कहा कि क्षय रोग नियंत्रण हेतु उनकी संस्था राज्य सरकार के साथ काम करने की इच्छुक है। इसमें निजी क्षेत्र की भी भागीदारी प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने कहा कि फोर्टिफाइड राइस के माध्यम से जहां एक ओर खून की कमी को दूर किया जा सकता है, वहीं दूसरी ओर नवजात शिशुओं के लिए स्तनपान के महत्व को रेखांकित करके उनकी प्रतिरक्षण क्षमता में वृद्धि भी की जा सकती है। उन्होंने रीप्रोडक्टिव हेल्थ एवं बर्थ स्पेसिंग टेक्नोलाॅजी के क्षेत्र में अपनी संस्था के कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि स्वच्छता अभियान में सिटी सैनिटेशन प्लान के अंतर्गत उन्नाव में गंगा नदी के तट पर एक पाइलेट परियोजना की स्थापना में भी उनकी संस्था सहयोग प्रदान करने की इच्छुक है। कृषि क्षेत्र में स्पेक्ट्रोस्कोपी तकनीक के माध्यम से मृदा परीक्षण एवं अधिक उत्पादकता वाले बीजों के प्रसार हेतु भी उनकी संस्था राज्य सरकार को सहयोग प्रदान करना चाहेगी। इस अवसर पर माइक्रोसाॅफ्ट के साथ डिजिटल डैश बोर्ड के सम्बन्ध में भी चर्चा हुई।

गेट्स की संस्था बिल गेट्स फाउंडेशन उत्तर प्रदेश में पहले से ही काम कर रहा है। गेट्स के आने के एक सप्ताह पहले उनकी संस्था के प्रतिनिधि प्रशांत शुक्ला ने मुख्य सचिव राजीव कुमार से मुलाकात कर एक-एक बिन्दुओं पर चर्चा की थी। बिन्दुओं के मुताबिक फाउंडेशन की मंशा रोजगार के अवसर भी उपलब्ध कराना है।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने भगवान बुद्ध की प्रतिमा देकर श्री बिल गेट्स का स्वागत किया।