लखनऊः भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) की ओर से विकसित क्रांतिकारी प्लेटफार्म भारत इंटरफेस फॉर मनी /यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस अब 1.4.1 के नए संस्करण के साथ गूगल प्ले स्टोर और एपल एप स्टोर पर उपलब्ध है।

यूजर्स अब अपने मित्रों को सोशल मीडिया के जरिए या मैसेजिंग एप द्वारा आमंत्रित करके भीम एप का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं। अपग्रेड संस्करण किराना स्टोर के मालिकों के लिए भी लाभदायक है क्योंकि भुगतान इकट्ठा करने के लिए वह एजेेंट के तौर पर अपने सहायकों या डिलीवरी बॉयज को इस एप से जोड़ सकते हैं। किराना स्टोर के मालिक, खुद को ‘मैं एक व्यापारी हूं’ के टैब पर क्लिक करके मर्चेंट के रूप में घोषित कर सकते हैं, इसके बाद वह अपने एजेंटों के साथ अपने क्यूआर कोड को साझा कर सकते हैं, जो भुगतान एकत्र करते समय ग्राहकों को प्रदर्शित किया जाता है। सफल लेनदेन पर, एजेंट और व्यापारी को एक पुष्टि एसएमएस मिलेगा।

31 अक्टूबर 2017 तक, 59 बैंक भीम पर लाइव हैं। उपयोगकर्ताओं को दी जाने वाली सुविधा के कारण यह लाखों लोगों में लोकप्रिय हो चला है। लखनऊ में एक प्रतिष्ठित सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान के उप निदेशक, 52 वर्षीय श्री प्रमोद दीक्षित इस एप के एक नियमित उपयोगकर्ता हंै। दीक्षित का कहना है, भीम / यूपीआई भुगतान करने का एक संरक्षित, सुरक्षित और आसान तरीका है। मैंने अपने पंजाब नेशनल बैंक के खाते को भीम एप के साथ जोड़ा है और मैं आम तौर पर स्थानीय दुकानों पर भुगतान करने के लिए क्यूआर कोड के माध्यम से ‘स्कैन एंड पे’ का उपयोग करता हूं। मैं इस एप का उपयोग करने की सलाह सभी को देता हूं क्योंकि मैं अपने भुगतान अनुभव से खुश हूं।’ भीम एप डायनेमिक क्यूआर कोड तैयार करने में मदद करता है और कोई भी भुगतान करने के लिए इस क्यूआर कोड को स्कैन कर सकता है।

भीम एप 13 भाषाओं में उपलब्ध है। भीम / यूपीआई एक वर्ष में 24 घंटे, सातों दिन काम करता है, जिसके माध्यम से किसी भी बैंक शाखा में गए बिना धन को सीधे उपयोगकर्ता के बैंक खाते में स्थानांतरित किया जा सकता है। भीम / यूपीआई का इस्तेमाल करते समय दो बातों का ध्यान रखना जरूरी है, सबसे पहले, मोबाइल नंबर को बैंक खाते से लिंक करना और दूसरी, लेन-देन के दौरान बैंक खाते से जुड़े मोबाइल नंबर वाले सिम कार्ड का मोबाइल हैंडसेट में होना जरूरी है। भीम एप को 20 मिलियन से अधिक बार डाउनलोड किया जा चुका है।

भीम एप को मित्रों और परिवार के सदस्यों को भी रेफर किया जा सकता है। इसका फायदा यह है कि एप भेजने वाले रेफरर्स को लेन-देन की निश्चित संख्या के पूरा होने के बाद प्रोत्साहन के रूप में पुरस्कार प्राप्त होता है।