लखनऊ: ससुर व साले की शिकायत करने एक सिरफिरा तमंचा लगाकर सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने जा पहुंचा. हालांकि, सीएम आवास से ठीक पहले सुरक्षा के लिये बैरिकेडिंग पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उसे दबोच लिया. पुलिस ने सिरफिरे के कब्जे से एक तमंचा व दो जिंदा कारतूस बरामद किये हैं. मामला सीएम आवास के करीब का होने की वजह से आरोपी से एटीएस व खुफिया एजेंसियों ने लंबी पूछताछ की. शुक्रवार 11.40 बजे कालिदास मार्ग स्थित सीएम आवास के ठीक पहले बैरिकेडिंग पर तैनात पुलिसकर्मियों ने संदिग्ध दिख रहे युवक को रोका. जब उसकी तलाशी ली गई तो उसके कब्जे से एक 315 बोर का तमंचा व दो कारतूस बरामद हुए.

पूछताछ के दौरान उसने अपना नाम प्रमोद सोनी बताया और वह रामनगर, बाराबंकी का रहने वाला है. सीएम आवास के करीब असलहे के साथ शख्स के पकड़े जाने की खबर से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. जानकारी मिलने पर एटीएस व खुफिया एजेंसियों की टीमें थाना गौतमपल्ली पहुंच गईं. टीमों ने करीब दो घंटे तक प्रमोद से पूछताछ की. तमंचा रखने की वजह के बारे में प्रमोद ने बताया कि वह तमंचा इसलिए साथ लाया था कि अगर पुलिसकर्मियों ने उसे रोक लिया तो वह उसे अपनी कनपटी पर लगा लेता. जिसके बाद मजबूर होकर पुलिस उसे सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलवा देती.

गिरफ्त में आए प्रमोद सोनी ने बताया कि वह फेरी लगाकर कॉस्मेटिक्स के सामान बेचता है. उसकी शादी 2012 में मनकापुर, गोंडा निवासी रेनू से हुई थी. प्रमोद के मुताबिक, रेनू उससे अक्सर झगड़ा करती थी. वर्ष 2015 में रेनू अपने मायके चली गई. वह कई बार उसे लेने ससुराल गया लेकिन, उसके परिजनों ने उसे भेजने से इनकार कर दिया. जिसके बाद उसने 2015 में ही बाराबंकी स्थित फैमिली कोर्ट में विदाई कराने का मुकदमा दायर कर दिया.

मुकदमे पर सुनवाई शुरू भी नहीं हुई थी कि रेनू ने वर्ष 2016 में मनकापुर थाने में प्रमोद के खिलाफ दहेज उत्पीडऩ व घरेलू हिंसा की एफआईआर दर्ज करा दी. प्रमोद ने बताया कि उसके ससुर व साले उसे मुकदमा वापस लेने को लेकर धमका रहे थे. वे उसे अक्सर जान से मारने की धमकी दे रहे थे. ससुर और साले की शिकायत करने के लिये ही वह सीएम से मिलने पहुंचा था.