भारत से 77 सदस्यों की टीम शनिवार 14 अक्टूबर, 2017 को आबू धाबू के डू एरिना मंे आयोजित 44 वीं वल्र्ड स्किल्स प्रतियोगिता के उद्घाटन समारोह में पहुंची जहां भीड़ ने पूरे जोश के साथ उनका उत्साहवर्धन किया।
पुरुष नीले कोट-पैंट और लाल रंग की स्टोल में दिखाई दिए, वहीं महिलाएं पारम्परिक भारतीय साड़ी में बेहद खूबसूरत दिखाई दे रही थीं। ऐसा पहली बार हुआ है कि कौशल के ओलम्पिक के नाम से विख्यात वल्र्ड स्किल्स इंटरनेशनल प्रतियोगिता का आयोजन मध्य पूर्व एवं उत्तरी अफ्रीका क्षेत्र में किया जा रहा है।
इस शानदार समारोह में हज़ारो प्रतियोगियों, अधिकारियों और मेहमानों ने हिस्सा लिया, जो देशों की परेड देखने के लिए कार्यक्रम में मौजूद थे। अधिकारियों ने 60 से अधिक देशों की परेड के साथ प्रतियोगिता की शुरूआत की, जिसमें 1300 से अधिक प्रतियोगी अपने-अपने देश का झण्डा लहराते इस विश्वस्तरीय मंच पर बेहद उत्साहित दिखाई दे रहे थे। एक अनुमान के अनुसार कार्यक्रम में तकरीबन 1300 प्रतियोगी, 10,000 अन्तरराष्ट्रीय आगंतुक और संयुक्त अरब अमीरात से 100,000 आगंतुक हिस्सा लेंगे, इसके अलावा संयुक्त अरब अमीरात से लगभग 80,000 विद्यार्थियों ने कार्यक्रम के लिए पंजीकरण किया है। मध्यपूर्व की संस्कृति, धरोहर और कला पर आधारित शानदार प्रदर्शनों ने इस शाम को बेहद रंगीन बना दिया।
राष्ट्रीय कौशल विकास निगम ॅै।क् 2017 के लिए नोडल एजेन्सी है और 2011 से वल्र्ड स्किल्स इंटरनेशनल प्रतियोगिताओं में देश की भागीदारी का नेतृत्व कर रही है। कौशल भारत मिशन के तहत, वल्र्ड स्किल्स इण्डिया- कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के तत्वावधान में एनएसडीसी की एक पहल है।
कौशल के इस ओलम्पिक में आज संयुक्त अरब अमीरात के लिए भारत के राजदूत नवदीप सूरी द्वारा भारतीय मंडप का उद्घाटन का कार्यक्रम का आकर्षण केन्द्र रहा, जिसे इसे बार ताजमहल जैसी वास्तुकला शैली में तैयार किया गया है। मंडप में भारत के प्रवासियों ने भारत में निवेश, भारत से भर्ती एवं कौशल में परामर्श सेवाओं के विकल्पों पर चर्चा की।
वल्र्डस्किल्स में हिस्सा लेने वाली टीम को बधाई देते हुए श्री सुरी ने कहा, ‘‘वल्र्ड स्किल्स जैसे कार्यक्रम हमें हमें विश्वस्तरीय सर्वश्रेष्ठ कौशल प्रथाओं को सीखने का मौका प्रदान करते हैं। कई देशों के प्रतिभागी इसमें हिस्सा ले रहे हैं, ऐसे में यह भारत के लिए अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का उत्कृष्ट मंच है। मैं अगले तीन दिनों के लिए प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देता हूँ और उम्मीद करता हूँ कि इस दौरान हमें उनसे बहुत कुछ सीखने का मौका मिलेगा।’’