नई दिल्ली: केन्द्र में बीजेपी सरकार की सहयोगी शिवसेना ने नरेन्द्र मोदी सरकार पर जोरदार हमला किया है और कहा है कि जीएसटी दरों में किया गया बदलाव दिवाली गिफ्ट नहीं है और इसमें अभी कई और परिवर्तन की जरूरत है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (7 अक्टूबर) को कहा कि इस बार दिवाली जल्दी आ गई है, क्योंकि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के नियमों में कुछ राहत मिलने से छोटे और मझोले व्यापारियों को लाभ होगा। शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि लोग अभी भी खुश नहीं हैं, पेट्रोल की कीमतें बढ़ी हैं, महंगाई अभी भी ज्यादा है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि जीएसटी दरों में किया गया बदलाव गुजरात चुनाव को ध्यान में रखते हुए किया गया है, क्योंकि बीजेपी सरकार को व्यापारियों के गुस्से का अंदेशा था। पत्रकारों से बात करते हुए केन्द्र में बीजेपी की सहयोगी शिवसेना के अध्यक्ष ने कहा कि जीएसटी दरें घटाने के लिए केन्द्र सरकार को वे बधाई देते हैं लेकिन जो टैक्स बढ़े दरों पर वसूल कर लिया गया है क्या सरकार उसे वापस करेगी?

उद्धव ठाकरे ने कहा कि वे अर्थशास्त्री नहीं हैं और जीएसटी पर सरकार के फैसले पर प्रतिक्रिया नहीं दे सकते हैं। लेकिन वे इतना जरूर कहेंगे कि पिछली सरकार अपने फैसलों पर अटल रहती थी और आज की सरकार लोगों में असंतोष और विपक्ष के विरोध के बाद अपने फैसले बदल रही है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि अगर सरकार जनहित में फैसले लेती है तो वे सरकार का साथ देंगे लेकिन अगर सरकार के फैसले जनता के खिलाफ रहे तो वे जनता का समर्थन करेंगे। उद्धव ठाकरे ने कहा कि अंतिम फैसला लेने का वक्त आ गया है। उन्होंने कहा कि वे लोग जनता की सेवा करने के लिए यहां हैं और आगे ऐसा करते रहेंगे। जब बाद में पत्रकारों ने उनसे पूछा कि फैसला लेने का अंतिम वक्त को क्या केन्द्र सरकार को उनका अल्टीमेटम समझा जाए, तो उन्होंने कहा कि वे किसी को अल्टीमेटम नहीं देते हैं, लेकिन जब उनकी पार्टी को लगता है कि किसी मुद्दे पर फैसला लिया जाना चाहिए तो वे फैसला लेते हैं।