नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के मानसरोवर पार्क में चार महिलाओं समेत पांच लोगों की हत्या का मामला सामने आया है। घटना शनिवार (7 अक्टूबर) की है। मृतकों की पहचान उर्मिला जिंदल (65) उनकी तीन बेटियां संगीता गुप्ता (46), नुपुर जिंदल (48) अंजलि जिंदल (38) और सुरक्षागार्ड राकेश (42) के रूप में की गई है। पुलिस के अनुसार घटना को सुबह 7:20 बजे तेज धार के हथियार से अंजाम दिया गया है। मृतकों के शरीर पर कई चाकुओं के निशान भी हैं। घटना की पड़ताल के लिए शाहदरा डीसीपी नुपुर प्रसाद के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया है। शक है की हत्यारें मृतकों के जानकार ही सकते हैं। पुलिस ने बताया कि परिवार की दिल्ली में जिंदल नाम से तेल मिल है। परिवार ने इससे पहले विवाद के चलते करोड़ों के प्लॉट को बेचा था। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच हर दृष्टिकोण से की जा रही है। अपराध और फोरेंसिक टीम सबूत इकट्ठा करने के लिए वारदात स्थल पर पहुंच चुकी हैं। गौरतल है कि उर्मिला जिंदल के पति की मौत तीन साल पहले हो चुकी है। वो अपनी तीन बेटियों के साथ जीटी रोड स्थित 1/561 मकान में रहती थीं। उनकी दो बेटियों की शादी नहीं हुई थी जबकि एक बेटी विधवा है।

गौरतलब है कि इससे पहले दिल्ली में ही एक 14 वर्षीय लड़के की हत्या कर दी गई थी। हालांकि नाबालिग की मां का आरोप था कि उसके कुछ मुस्लिम दोस्तों बंधक बनाककर बेटे की हत्या की है। नाबालिग योगेश कुमार का शव नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बीते महीने बदहवास अवस्था में पाया गया था। जिसके शरीर पर गंभीर चोटों के निशान थे। शुरुआती जांच में पुलिस हत्या को सवेंदनशील संप्रादायिक विवाद मानकर चल रही है। खबर के अनुसार 23 जून को पोस्टमार्टम के लिए योगेश का शव लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। रिपोर्ट के अनुसार योगेश के शरीर पर कई जगह गंभीर चोट के निशान थे।

वहीं योगेश की मां सीमा का कहना है कि उनके बेटे की हत्या मुस्लिम दोस्तों ने की। उन्होंने ही योगेश को बंधक बनाया और रुपए की मांग की। सीमा ने दावा किया कि उन्होंने खुद अपने बेटे की आवाज सुनी जिसमें वो बहुत डरा हुआ था। मेल टुडे को योगेश की मां ने बताया, ’23 जून (2017) को योगेश को उसके दोस्त आरिफ का फोन आया। जिसके बाद वो बाहर चला गया। बाद में बेटे की जान के बदले में दस हजार रुपए की फिरौती मांगी गई।