लखनऊ: कल मुहर्रम के अवसर परउत्तर प्रदेश फिर साम्प्रदायिक हिंसा की चपेट में आ गया. प्राप्त सूचनाओं के अनुसार कल बलिया, गाजीपुर, कानपुर, मुरादाबाद, उन्नाव, बहराइच और जरवल में हुयी साम्प्रदायिक हिंसा ने योगी राज की कानून व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है. ऐसा लगता है कि यह न केवल कानून व्यवस्था की ही विफलता है बल्कि यह भाजपा की दंगाप्रस्त राजनीति का भी प्रकटीकरण है.
ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा सरकार आर्थिक, रोज़गार, विमुद्रीकरण, जीएसटी और अन्य क्षेत्रों में अपनी असफलता को छुपाने और जनता के बढ़ते आक्रोश और प्रतिरोध से ध्यान हटाने के लिए साम्प्रदायिक हिंसा भड़काने का सहारा ले रही है.
जनमंच योगी सरकार की मुहर्रम के दौरान शांति व्यवस्था बनाये रखने की विफलता की कड़ी निंदा करता है और सभी वर्गों से पूर्ण शांति बनाये रखने की अपील भी करता है.
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