साथियों ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि, प्रदेश सरकार से 20 लाख रूपये की आर्थिक सहायता की मांग

लखनऊ : राजधानी के वरिष्ठ फोटो जर्नलिस्ट संजय त्रिपाठी को आज उनके साथी पत्रकारों, प्रेस छायाकारों और मित्रों ने याद किया तथा भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी. श्री त्रिपाठी का कल ह्रदय गति रूक जाने से निधन हो गया था.

उत्तर प्रदेश फोटो जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन के कार्यालय में हुयी शोक सभा में मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति के अध्यक्ष हेमंत तिवारी ने स्वर्गीय त्रिपाठी को याद करते हुए कहा कि उनके व्यक्तित्व में ऐसा जादू था कि हर कोई उनका मित्र बन जाता था. श्री तिवारी ने कहा कि स्वर्गीय त्रिपाठी की भरपाई संभव नहीं है लेकिन उन्हें हमेशा याद रखने के लिए हर साल उनकी स्मृति में एक छायाचित्र प्रदर्शनी और अवार्ड का आयोजन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश शासन के वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत के बाद दिवंगत फोटो जर्नलिस्ट के परिवार को आर्थिक सहायता दिए जाने सम्बन्धी औपचारिकता पूरी कर ली गयी है और इसपर सकारात्मक आश्वासन प्राप्त हुआ है. पूर्व मंत्री यशवंत सिंह ने कहा कि श्री त्रिपाठी के व्यक्तित्व और कृतित्व में उनकी सादगी और योग्यता कोई भी महसूस कर सकता था.

उत्तर प्रदेश फोटो जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदीप शाह कुमांया ने स्वर्गीय त्रिपाठी को अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि करीब तीन दसकों के साथ के दौरान उन्होंने स्वर्गीय त्रिपाठी को कभी किसी पर नाराज होते नहीं देखा. वरिष्ठ पत्रकार भाष्कर दुबे ने स्वर्गीय त्रिपाठी के साथ काम करने के अपने अनुभव को याद करते हुए कहा कि ऐसे व्यक्ति विरले होते हैं जिनकी कमी हमेशा खलेगी. वरिष्ठ पत्रकार धीरेन्द्र श्रीवास्ताव, वरिष्ठ फोटो जर्नलिस्ट गोपी रस्तोगी और आदर्श व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय गुप्ता ने भी स्वर्गीय संजय त्रिपाठी से जुड़े अपने संस्मरण व्यक्त करते हुए उन्हें नई पीढ़ी के पत्रकारों और फोटो जर्नलिस्ट के लिए आदर्श बताया.