28 सितंबर से लागू हो सकते हैं ICC के नए नियम

नई दिल्ली : जल्द ही क्रिकेट में नए नियम लागू होने जा रहे हैं. इनमें बल्ले का आकार, गलत आचरण पर खिलाड़ी को मैदान से बाहर भेजना और डिसीजन रिव्यू सिस्टम में अहम बदलाव होने जा रहे हैं. इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) खेले की परिस्थितियों को बदलने के लिए कुछ नियमों में बदलाव किए हैं. ये नियम 28 सितंबर से या बाद में शुरू हो सकते हैं. क्रिकेट के खेल में होने वाले अहम बदलावों में बल्ले का आकार, खिलाड़ियों को गलत आचरण के लिए मैदान से बाहर भेजना और डिसीजन रिव्यू सिस्टम में बदलाव होने वाले हैं. ये नियम दक्षिण अफ्रीका और बांग्लादेश के साथ संयुक्त अरब अमीरात में होने वाली टेस्ट सीरीज के दौरान लागू हो सकते हैं. आईसीसी की नई खेल परिस्थितियों में अब एमसीसी कानून (2017 कोड) से संबंधित धाराओं का शामिल किया जाएगा. इसका अर्थ होगा कि क्रिकेट के तीनों फोरमेट में सभी गेम नियम एक से होंगे.

आईसीसी के महाप्रबंधक-क्रिकेट, ज्योफ एलारडाइस का कहना है, एमसीसी द्वारा घोषित क्रिकेट के नए नियमों में हुए बदलावों के परिणामस्वरूप खेल की परिस्थितियों में भी बदलाव किए जाएंगे. उन्होंने कहा, हमने अंपायरों के साथ एक वर्कशॉप पूरी कर ली है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे होने वाले सभी बदलावों को समझ गए हैं और अब हम अंतरराष्ट्रीय मैचों में नए नियमों को लागू करने के लिए तैयार हैं.

गेंद और बल्ले के बीच संतुलन बनाने के लिए बल्ले के किनारों के साथ ही उनकी मोटाई भी कम की जाएगी, लेकिन बल्ले की लंबाई और चौड़ाई में किसी तरह का बदलाव नहीं होगा. हां, किनारों की मोटाई 40 मिलीमीटर से अधिक नहीं हो सकती और कुल गहराई 67 मिलीमीटर हो सकती है. मैदान में अंपायर बल्ले की वैधता को जांचने के उपकरण के साथ उतरेंगे. ताकि जरुरत पड़ने पर बल्ले की वैधता जांची जा सके. बल्ले का हत्था, पूरी लंबाई के 52 प्रतिशत से अधिक नहीं होना चाहिए.

क्रिकेट की नई परिस्थितियों में यदि कोई खिलाड़ी गंभीर गलत आचरण का दोषी पाया जाता है तो पूरे मैच के लिए बाहर कर दिया जाएगा. यानी इसे लेवल 4 का अपराध माना जाएगा. जबकि आईसीसी की आचार संहिता के तहत लेवल 1 से 3 के अपराधों को जारी रखा जाएगा. अंपायर को हमले की धमकी देना, उसके साथ अनुचित या जानबूझ कर शारीरिक धक्का-मुक्की करना, किसी खिलाड़ी या अन्य व्यक्ति पर शारीरिक रूप से हमला करने और हिंसा के किसी भी अन्य कृत्य लेवल 4 के अपराधों के तहत आएंगे.

सीमा पर हवाई कैच पकड़ते समय अब यह जरूरी होगा कि फील्डर गेंद को पकड़ते समय मैदान के भीतर हो, ऐसा न होने चौका माना जाएगा. नए नियमों के अनुसार, यदि गेंद बल्लेबाज के हेलमेट से लगकर किसी खिलाड़ी द्वारा कैच कर ली जाती है या विकेटकीपर स्टंप कर देता है तो बल्लेबाज आउट करार दिया जाएगा.

क्रिकेट में ये तमाम बदलाव तीनों फॉर्मेट में लागू होंगे. अब डीआरएस लेने के बाद यदि ''अंपायर कॉल” पाई जाती है तो रिव्यू का नुकसान हो जाता है. नए नियमों के अनुसार ऐसा नहीं होगा. रिव्यू लेने वाली टीम का रिव्यू बचा रहेगा. टेस्ट मैचों में डीआरएस के लिए, एक पारी के 80 ओवरों के बाद कोई टॉप अप की समीक्षा नहीं होगी. यानी अब हर पारी में केवल दो असफल रिव्यू लिए जा सकेंगे. साथ ही अब डीआरएस टी-20 में भी लागू होगा.

रन आउट के संबंध में भी नियमों में एक महत्वपूर्ण बदलाव किया जा रहा है. इसके अनुसार यदि कोई बल्लेबाज डाइव करते समय पोपिंग क्रीज से आगे बढ़ा हुआ है, वह बल्ले को पापिंग क्रीज तक ले आता है लेकिन इस बीच वह पोपिंग क्रीज से अपना संपर्क खो देता है तो उसे रन आउट नहीं दिया जाएगा.