प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके जापानी समकक्ष शिंजो आबे ने गुरुवार को 1.08 लाख करोड़ रुपये की लागत वाली महत्वाकांक्षी अहमदाबाद-मुंबई उच्च गति रेल परियोजना की आधारशिला रखी। भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना की आधारशिला रखने का समारोह साबरमती रेलवे स्टेशन के पास स्थित एथलेटिक स्टेडियम में आयोजित हुआ। मोदी और आबे ने बटन दबाकर भारत की क्रांतिकारी रेल परियोजना की शुरुआत की घोषणा की। जापान इंटरनेशनल कॉर्पोरेशन एजेंसी (जेआइसीए) और केंद्रीय रेल मंत्रालय ने 508 किलोमीटर लंबे गलियारे वाली इस परियोजना के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। 750 लोगों की यात्री क्षमता वाली बुलेट ट्रेन से दोनों शहरों के बीच यात्रा का समय सात घंटे से कम होकर करीब तीन घंटे होने की उम्मीद है। इस परियोजना के 2022 तक पूरा होने की उम्मीद है।

इसके बाद मोदी और आबे गुजरात की राजधानी गांधीनगर में 12वें वार्षिक द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। यह सम्मेलन मोदी और आबे के बीच चौथा वार्षिक शिखर सम्मेलन होगा, जहां दोनों नेता दोनों देशों के बीच विशेष रणनीतिक और वैश्विक भागीदारी के ढांचे के तहत बहुमुखी सहयोग में प्रगति की समीक्षा करेंगे। जापान उन दो देशों में से एक है, जिनके साथ भारत के ऐसे वार्षिक शिखर सम्मेलन होते हैं, दूसरा देश रूस है। दोनों देशों के प्रधानमंत्री भारत-जापान बिजनेस लीडर फोरम में भी शामिल होंगे। मोदी अहमदाबाद में पहले भी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिग की मेजबानी कर चुकें हैं।

इससे पहले, बुधवार को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गर्मजोशी से स्वागत के बाद दोनों नेता रोड शो करते हुए महात्मा गांधी के साबरमती आश्रम और अहमदाबाद की संस्कृति का प्रतिनिधित्व करती प्रतिष्ठित सिदी सैयद मस्जिद पहुंचे थे। दोनों नेताओं ने अहमदाबाद हवाई अड्डे से एक खुली जीप में साबरमती आश्रम के शांत माहौल तक आठ किलोमीटर की यात्रा की, जहां उन्होंने जापान की प्रथम महिला अकी आबे के साथ महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।