नई दिल्ली: इंफोसिस के सह-संस्थापक नंदन नीलेकणी कंपनी के नए प्रमुख बन सकते हैं. इस मामले में अगले 48 घंटों में स्थिति साफ हो सकती है. सूत्रों ने सीएनबीसी-टीवी 18 को इसकी जानकारी दी है. इससे महज चंद घंटे पहले ही कंपनी के फाउंडर नारायण मूर्ति ने स्वास्थ्य कारणों से इंफोसिस के निवेशकों के साथ होने वाली अपनी कॉन्फ्रेंस कॉल स्थगित कर दी थी. यह कॉन्फ्रेंस बुधवार की शाम 6.30 पर होने वाली थी, जो अब 29 अगस्त को होगी. मूर्ति और नीलेकणी से इस मामले में अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है.
मंगलवार को टॉप फंड मैनेजरों और डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशन इन्वेस्टर्स ने इंफोसिस बोर्ड को पत्र लिखकर नीलेकणी को कंपनी में उपयुक्त जगह देने की मांग की थी. निवेशकों ने पूर्व सीईओ विशाल सिक्का के इस्तीफे और उसके बाद कंपनी के शेयरों में गिरावट पर चिंता जताई है. उनका मानना है कि नीलेकणी ही ऐसे आदमी हैं, जो कंपनी को वर्तमान दलदल से निकाल सकते हैं.
नीलेकणी पांच साल तक (2007 तक) इंफोसिस के सीईओ रहे हैं. 2009 में उन्होंने यूआईडीएआई का चेयरमैन बनने के लिए कंपनी छोड़ी थी.
नीलेकणी मूर्ति के करीबी रहे हैं. इसके बावजूद माना जाता है कि उन्हें कंपनी के बोर्ड का भी विश्वास प्राप्त है. नीलेकणी फैमिली के पास कंपनी के 2.29 फीसदी शेयर हैं.
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